चांदी की धातु का उपयोग ज्यादातर लोग गहनें बनाकर पहनने के लिए करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं चांदी से सिर्फ गहनें ही नहीं बल्कि बर्तन भी बनाए जाते हैं। हालांकि चांदी के बर्तन मंहगे होने की वजह से बहुत कम ही लोग इसे खरीद पाते हैं। लेकिन यहां बात चांदी के दाम की नहीं बल्कि सेहत को मिलने वाले फायदे की होने वाली है। आयुर्वेद अनुसार चांदी में एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल और डिसइनफेक्टेंट गुण मौजूद होते हैं। जिसकी वजह से चांदी के बर्तनों में भोजन करने से सेहत को कई गजब के फायदे मिलते हैं।
इम्यून सिस्टम बूस्ट- चांदी के बर्तन में भोजन करने से व्यक्ति का इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है। ऐसा करने से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता भीतर से मजबूत बनती है।
चांदी के बर्तनों में नों टॉक्सिक प्रॉपर्टीज मौजूद होने से उसमें परोसा गया भोजन घंटों तक सुरक्षित रहता है।
चांदी के बर्तनों में भोजन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है, जिससे व्यक्ति का डाइजेशन बेहतर बनता है।
चांदी की धातु ठंडी होती है। इससे बने बर्तन में भोजन करने से शरीर को ठंडक मिली है। बता दें, चांदी के बर्तन में खाना बनाने से शरीर शांत रहने के साथ दिमाग तेज होता है।
आज के समय में हर व्यक्ति के लिए चांदी के बर्तन खरीदकर उसमें भोजन करना संभव नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि चांदी काफी महंगी धातु है। ऐसे में चांदी के फायदे लेने के लिए आप चांदी के सिक्के का भी उपयोग कर सकते हैं। इस उपाय को करने के लिए चांदी के सिक्के को दूध या पानी में उबालकर पीने से शरीर को चांदी के फायदे मिलते हैं।
चांदी का सिक्का पानी या दूध में उबालकर उस दूध और पानी को पीने से व्यक्ति की शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि के साथ थकावट और कमजोरी दूर होती है।
चांदी के बर्तन में सूजनरोधी गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर की सूजन को कम करके गठिया जैसे रोग में राहत देने का काम करते हैं।