1/7हरतालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। इस साल तीज का व्रत 26 अगस्त को रखा जाएगा। हरतालिका तीज पर महिलाएं सोलह शृंगार करके भगवान शिव और माता पार्वती से पति की लंब उम्र की कामना करती हैं। महिलाओं के सोलह शृंगार में सबसे खास हमेशा से मेहंदी रही है। अगर इस तीज आप भी हाथों को दुल्हन की तरह खूबसूरत मेहंदी डिजाइन से सजाना चाहती हैं तो नॉर्मल मेहंदी की जगह कराची मेहंदी लगवाएं। Pic Credit: All Pinterest Images

कराची मेहंदी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे राजस्थानी मेहंदी के पत्तों से बनाकर तैयार किया जाता है। जिसमें किसी भी तरह के केमिकल की मिलावट नहीं होती।

कराची मेहंदी तैयार करने के लिए इसमें सभी प्राकृतिक चीजें जैसे कॉफी का पानी, इमली का पानी, नीलगिरी, गुलाब, लौंग और मेहंदी का रंग गहरा करने के लिए इलायची का तेल मिलाया जाता है। जो रंग के साथ त्वचा का भी खास ख्याल रखती है।

मेहंदी में मौजूद प्राकृतिक तत्वों के कारण, कराची मेहंदी हाथों पर लंबे समय तक टिके रहने वाला गहरा और चमकदार रंग देती है।

कराची मेहंदी में मौजूद प्राकृतिक तत्वों के कारण यह बच्चों से लेकर बड़ों तक, सभी की त्वचा के लिए सुरक्षित है। यही वजह है कि इस मेहंदी को पेशेवर मेहंदी आर्टिस्ट भी पसंद करते हैं।

कराची मेहंदी न केवल भारत के हैदराबाद में, बल्कि दुबई, ब्रिटेन और अन्य देशों में भी प्रसिद्ध है।

यह मेहंदी खासतौर पर शादी-विवाह, त्योहारों और अन्य समारोहों में उपयोग की जाती है, जो इसे सांस्कृतिक और परंपरागत महत्व देती है। इस मेंहदी की एक कोन की कीमत लगभग 15 से 20 रुपये होती है।
