Hindi Newsफोटोलाइफस्टाइलक्या आप जानते हैं मंदिरों में ईश्वर को फूल क्यों चढ़ाए जाते हैं? आपके जीवन से जुड़ा है गहरा रहस्य

क्या आप जानते हैं मंदिरों में ईश्वर को फूल क्यों चढ़ाए जाते हैं? आपके जीवन से जुड़ा है गहरा रहस्य

Real reason why we offer flowers to God : मंदिर में भगवान को फूल चढ़ाने के पीछे सिर्फ आध्यात्मिक कारण ही नहीं बल्कि कई सांस्कृतिक और वैज्ञानिक कारण भी छिपे हुए हैं। ये केवल एक परंपरा नहीं है, बल्कि इसके गहरे अर्थ और लाभ भी हैं।

Manju MamgainFri, 12 Sep 2025 06:32 PM
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मंदिर में ईश्वर को फूल क्यों चढ़ाए जाते हैं

तीज-त्योहार हो या कोई व्रत-पूजा पाठ, सनातन धर्म में ईश्वर के आगे फूल चढ़ाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। लेकिन क्या आप इसके पीछे के छिपे कारण को जानते हैं ? आखिर ऐसा क्यों किया जाता है? बता दें, मंदिर में भगवान को फूल चढ़ाने के पीछे सिर्फ आध्यात्मिक कारण ही नहीं बल्कि कई सांस्कृतिक और वैज्ञानिक कारण भी छिपे हुए हैं। ये केवल एक परंपरा नहीं है, बल्कि इसके गहरे अर्थ और लाभ भी हैं। Pic Credit ; Pinterest

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जीवन की नश्वरता का संदेश

फूल जल्दी मुरझा जाते हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता को दर्शाता है। यह हमें याद दिलाता है कि हमें अपने जीवन को भक्ति और अच्छे कर्मों में लगाना चाहिए। Pic Credit ; Pinterest

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पॉजिटिव ऊर्जा

फूलों की सुगंध मंदिर के वातावरण को शांत और सकारात्मक बनाती है। यह तनाव को कम करने और ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, फूलों की सुगंध और रंग सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। यह माना जाता है कि फूल भगवान की कृपा और आशीर्वाद को भक्त तक पहुंचाने में मदद करते हैं। Pic Credit ; shutterstock

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अरोमाथेरेपी का प्रभाव

फूलों की प्राकृतिक सुगंध (जैसे चमेली, गुलाब) मन को शांत करती है और भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव में डूबने में सहायता करती है।

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स्वच्छता और कीटाणुनाशक गुण

कुछ फूल, जैसे मरिगोल्ड (गेंदा) और तुलसी, में प्राकृतिक कीटाणुनाशक गुण होते हैं। ये मंदिर के आसपास के वातावरण को शुद्ध रखने में मदद करते हैं। Pic Credit ; shutterstock

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खुशी और शांति

फूलों का रंग और सुगंध मन को प्रसन्न करते हैं, जिससे भक्त को पूजा के दौरान शांति और खुशी का अनुभव होता है। Pic Credit ; shutterstock

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फ्रेश फूल ही चढ़ाएं

पूजा में हमेशा फ्रेश फूल ही चढ़ाने चाहिए। रासायनिक रंगों वाले या मुरझाए फूलों को ईश्वर को चढ़ाने से बचें। ऐसे फूल पूजा की शुद्धता को प्रभावित कर सकते हैं।