1/7शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 22 सितंबर से हो रही है। इन नौ दिनों में देवी दुर्गा की पूजा-आराधना के साथ ही लोग नौ दिन का व्रत करते हैं। व्रत का मतलब केवल अन्न त्यागना नहीं होता। इन दिनों शुद्ध, सात्विक भोजन करने के साथ ही मन और कर्म को भी शुद्ध रखा जाता है। सात्विक फलाहारी हल्का भोजन करने की सलाह इसलिए दी जाती है। जिससे मन शांत रहे और देवी दुर्गा की भक्ति में लग सके। अन्न त्यागने के साथ ही नौ दिनों के व्रत में कई तरह की सब्जियों को भी खाना वर्जित होता है। चलिए जानें कौन सी हैं वो सब्जियां

लहसुन प्याज को तामसिक गुणों वाला माना जाता है। इसलिए पूजा-पाठ के दिनों में हमेशा लहसुन प्याज को खाना वर्जित होता है।

बैंगन को शुद्ध आहार में नहीं गिना जाता इसलिए व्रत के दौरान बैंगन को खाना पूरी तरह से वर्जित है।

गोभी में खास तरह की महक होती है। इसलिए गोभी और साथ ही इसकी प्रजाति वाली सब्जी जैसे पत्तागोभी, ब्रोकली, रेड कैबेज को भी नहीं खाया जाता।

मूली भी एक गंध वाली सब्जी होती है। इसलिए मूली को भी नवरात्रों के व्रत में नहीं खाया जाता है।

मटर को फली में गिना जाता है और नवरात्रि में किसी भी तरह की फलियां जैसे बींस, लोबिया भी नहीं खाई जाती। उसी तरह कॉर्न अनाज की तरह यूज होता है। इसलिए कॉर्न भी व्रत में खाना वर्जित होता है।

भिंडी चिपचिपी सब्जी होती है। जिसे व्रतों में खाने से लोग बचते हैं। वहीं शिमला मिर्च की गंध भी काफी तेज होती है। जिसकी वजह से शिमला मिर्च को भी व्रत में खाने से परहेज किया जाता है।
