हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है। इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को डॉक्टर अकसर अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर समय हाई बीपी के रोगी में कोई खास लक्षण देखने को नहीं मिलते हैं। ऐसे में व्यक्ति को अपनी लाइफस्टाइल और डाइट में कुछ बदलाव करके इस समस्या को कंट्रोल करने की कोशिश करनी चाहिए।
उच्च रक्तचाप यानी हाइपरटेंशन, एक सामान्य स्थिति है जिसमें धमनियों में रक्त का दबाव लगातार ज्यादा बना रहता है। जो दिल और धमनियों को नुकसान पहुंचाकर दिल का दौरा, स्ट्रोक, और किडनी फ़ेलियर जैसी गंभीर समस्याओं को जन्म देने का कारण बन सकता है।
ब्रिस्क वॉक- ब्रिस्क वॉक का मतलब होता है सामान्य चाल से तेज चलना। ब्रिस्क वॉक करने से सेहत को कई तरह के फायदे मिलते हैं जैसे, वेट लॉस, हेल्दी हार्ट, मेमोरी तेज, तनाव कम होना। लेकिन इसका सबसे बड़ा फायदा बीपी रोगियों को मिलता है। बता दे, उच्च रक्तचाप और यूरिक एसिड जैसी समस्याओं को कम करने के लिए तेज चलना सबसे आसान और प्रभावी व्यायामों में से एक है। हफ्ते में पांच बार 30 मिनट की सैर करें।
तैराकी एक आसान एक्सरसाइज है, जो रक्तचाप और यूरिक एसिड के स्तर को ठीक बनाए रखने में मदद कर सकती है। तैराकी करने से मांसपेशियां टोन होने के साथ हृदय की कार्यक्षमता में सुधार होता है। जिससे रक्तचाप को कम करने में मदद मिलती है। हफ्ते में कम से कम तीन बार 30 मिनट के लिए तैरने से यूरिक एसिड बनने की संभावना को कम करने के अलावा स्वस्थ रक्तचाप के स्तर को बनाए रखने में भी मदद मिल सकती है।
साइकिल चाहे कोई भी हो जिम या बाहर वाली, इसे रोजाना कुछ देर चलाने से दिल की अच्छी एक्सरसाइज हो सकती है। जिससे रक्तचाप को कंट्रोल रखने के साथ यूरिक एसिड को कम करने में भी मदद मिलती है। हफ्ते में चार से पांच बार मध्यम गति से 30-45 मिनट साइकिल चलाने का लक्ष्य रखें।
योग शरीर और दिमाग दोनों पर अपना शांत प्रभाव छोड़ने के लिए जाना जाता है। यह मन को शांत करके तनाव को कम करने का काम करता है। जिसका सीधा असर व्यक्ति के रक्तचाप पर पड़ता है। योग में आप विशेष रूप से स्ट्रेचिंग और ब्रीदिंग एक्सरसाइज पर फोकस कर सकते हैं। जिससे रक्तचाप को कम करने में मदद मिलती है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग,एक तरह का व्यायाम है जिसमें मांसपेशियों को बाहरी प्रतिरोध के खिलाफ काम करवाया जाता है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से हृदय के स्वास्थ्य में सुधार होने के साथ, वेट लॉस, टाइप 2 मधुमेह को कंट्रोल करने, संतुलन बेहतर बनाने और हड्डियां मजबूत बनाए रखने में मदद मिलती है। बता दें, मांसपेशियों को मजबूत करके, आप रक्त प्रवाह में सुधार करके अपने हृदय पर तनाव को कम कर सकते हैं।
-सीमित मात्रा में करें नमक का सेवन। -पोटैशियम रिच फूड खाएं। -शराब व धूम्रपान से बचें। -तनाव कम लें। -ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहें। -मन को शांत रखने की कोशिश करें। -नियमित रूप से एक्सरसाइज, योगा करें।