अश्वगंधा एंटी-एजिंग जड़ी बूटी है, जो आपकी स्किन को जवां और सोफ्ट बनाती है। यह छिद्रों में मौजूद गंदगी को साफ करता है।
अश्वगंधा में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो इसे पिंपल्स पर फायदेमंद बनाता है। यह स्किन की सूजन, चकते, त्वचा का रेडनेस और फोड़े को ठीक करने में मदद करता है।
अश्वगंधा को कॉस्मेटिक पदार्थ भी माना जाता है। केराटोसिस एक गंभीर स्किन कंडीशन है, जो आपकी स्किन को रूखा और ड्राई बनाता है। जिससे काले धब्बे, आंखों के नीचे कालापन और झुर्रियां पड़ जाती है।
अश्वगंधा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट स्किन से जुड़ी समस्या को दूर करने में मदद करता है। साथ ही स्किन को रिलेक्स करने में मदद मिलती है। ये स्किन को सोफ्ट और फर्म बनाता है।
ऑयली स्किन से परेशान हैं, तो किसी भी केमिकल प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से अच्छा है कि आप अश्वगंधा का इस्तेमाल करें। ये नैचुरल तरीके से तेल के स्त्राव को रोकता है। जिससे ऑयली स्किन की समस्या कम होती है।
हाइपरपिग्मेंटेशन एक स्किन इंफेक्शन है, जहां स्किन में किसी एक पैच का रंग गहरा हो जाता है और बाकी स्किव के रंग से अलग हो जाता है। यह कालापन तब होता है, जब मेलेनिन की अधिक मात्रा स्किन पर चिपक जाती है। यह एक सामान्य स्किन रोग है, जो लगभग सभी प्रकार की स्किन को प्रभावित करता है।
आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर लें और उसमें थोड़ी मात्रा में घी और शहद मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में दो बार पी सकते हैं। एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिलाएं और सोने से पहले पिएं।
एक चम्मच अदर पाउडर में, दो चम्मच अश्वगंधा पाउडर और एक चम्मच सूखे नींबू के छिलके का पाउडर मिलाएं और एक चम्मच सूखे नींबू के छिलके का पाउडर चाहिए। इन्हें एक कप पानी के साथ मिलाएं और मिश्रण को आंच पर रख दें। जब यह अच्छे से उबल जाए तो इसे ठंडा होने दें। ठंडा होने के बाद स्किन पर लगाएं।