मां-बाप की बढ़ती उम्र हर बच्चे के लिए चिंता का विषय होता है। ज्यादातर पेरेंट्स ये बात नहीं समझते की उनका शरीर अब पहले की तरह नहीं रहा। उम्र बढ़ने के साथ उन्हें लाइफस्टाइल में कुछ जरूरी बदलाव करने चाहिए। आप उनको मोटिवेट करने के साथ उनकी डायट में कुछ सुपरफूड्स शामिल कर सकते हैं।
सबसे पहले घर पर किसी भी तरह के रिफाइंड तेल का इस्तेमाल बंद कर दें। खाने में सरसों, मूंगफली, ऑलिव ऑइल या घी का इस्तेमाल करें। पेरेंट्स के खाने में घी-तेल कम डालें। एक्सट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल लाकर रखें। इसे सलाद, रोस्टेड चने जैसी चीजों में हल्का सा डालकर खिलाएं। यह दिल की बीमारी, टाइप 2 डायबिटीज, पाचन से जुड़ी दिक्कतों और कुछ तरह के कैंसर से बचाव में मदद कर सकता है।
मां-बाप को डार्क चॉकलेट खाने के लिए कन्विस करना जरा मुश्किल हो सकता है। वह अगर मीठा खाने के शौकीन हैं तो उसे डार्क चॉकलेट से रिप्लेस कर सकते हैं। अगर शुगर फ्री डार्क चॉकलेट मिले तो बेहतर होगा। 70 से 100 परसेंट डार्क ही लें। आप कोको पाउडर भी लाकर रख सकते हैं। इसे खजूर, ड्राइफ्रूट्स के लड्डू में मिलाकर बढ़िया नैचुरल मल्टी विटामिन ऑप्शन बन सकता है।
जिंदगीभर दूध वाली मीठी चाय पीने वाले मां-बाप को फीकी ग्रीन टी के लिए राजी करना जरा मुश्किल हो सकता है। हालांकि अगर वे आपसे प्यार करते हैं तो मान जाएंगे। उन्हें बताएं कि उनको अपनी फेवरिट चाय छोड़ने की जरूरत नहीं बस उसे कम कर दें। ग्रीन टी को हेल्थ टॉनिक समझकर पी लिया करें। कई रिपोर्ट्स दावा करती हैंं कि ग्रीन टी न सिर्फ बढ़ती उम्र को कम करती है बल्कि बड़ी बीमारियों से लड़ने की ताकत देती है।
बुजुर्ग मां-बाप हरी सब्जियां पहले से ही पसंद करते होंगे। उन्हें बस ये बताना है कि पूरे हफ्ते अलग-अलग रंग की सब्जियां खाएं। इन्हें ज्यादा न पकाएं। खाने के साथ सलाद और प्रोटीन की मात्रा बढ़ा दें। रोटी और चावल कम कर दें। गेहूं के बजाय एक टाइम मोटा अनाज जरूर खाएं।
नींबू एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर है। इसे डायट में शामिल करना भी आसान है। आप उन्हें रोजाना नींबू पानी पीने को दें। सलाद में, दाल में, सब्जियों में जहां संभव हो नींबू जरूर डालें। उन्हें बिना चीनी वाला चटपटा आंवला लाकर भी दे सकते हैं। विटामिन सी इम्यूनिटी मजबूत करता है।
अलसी दिल की बीमारी और ब्रेस्ट कैंसर रोकने में मददगार मानी जाती है। इसे आप चटनी या लड्डू बनाकर या जैसे भी हो सके डायट में जरूर शामिल करें। बुजुर्ग मां-बाप को डॉक्टर की सलाह पर ओमेगा 3 फैटी एसिड्स के सप्लिमेंट्स दे सकते हैं। अगर वे मांसाहारी हों तो डायट में मछली रखें।
पेरेंट्स को फल खाने के लिए प्रोत्साहित करें। इनमें 3 फल- अनार, सेब और कीवी उन्हें बहुत फायदा करेंगे। हफ्ते में एक दिन पपीपा भी खिलाएं। अनार में फाइबर, पोटैशियम, विटामिन के, एंटी ऑक्सीडेंट्स जैसे फ्लैवोनॉइड्स, टैनिन्स, फिनॉलिक एसिड्स और लिगनन्स होते हैं। ये शरीर को कई बड़ी बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं।
टमाटर हर रसोई में पाए जाते हैं। इनमें लाइकोपीन होता है। यह भी कई बड़ी बीमारियों से बचाता है। इसमें लाइकोपीन पाया जाता है। शरीर इसको अच्छी तरह अवशोषित करे इसके लिए इसे ऑलिव ऑइल या घी जैसे किसी हेल्दी फैट में पकाकर खाना चाहिए। कुछ स्टडीज के मुताबिक, टमाटर प्रोस्टेट कैंसर का रिस्क घटाता है।