1/8ब्रेकफास्ट में पोहा बिल्कुल कॉमन डिश है, जो लगभग भारत के हर हिस्से में बनती है। लेकिन इसे बनाने का तरीका बिल्कुल अलग होता है। जिसकी वजह से इसका स्वाद भी अलग हो जाता है। मुंबई का कांदा पोहा हो या फिर इंदार का फेमस इंदौरी पोहा। सबको बनाने का तरीका अलग है। नोट कर लें साउथ से लेकर नॉर्थ तक बनने वाले पोहे की 7 अलग रेसिपी।

महाराष्ट्र में कांदा पोहा बनता है। जिसमे पोहे के साथ प्याज और मूंगफली का इस्तेमाल किया जाता है।

इंदौरी पोहा की खासियत इसकी पोहे की सॉफ्टनेस और स्वाद है। तेल में मसाले पका कर पोहा को मिक्स कर दिया जाता है और स्टीम किया जाता है। तो इंदौरी पोहा बनकर रेडी हो जाता है।

पोहे को यूपी में चूड़ा बोलते हैं। सर्दियों में हरी मटर डालकर जो पोहा बनकर तैयार होता है। उसे यूपी में चूड़ा मटर बोलते हैं।

वहीं बिहार में पोहे को खाने का तरीका बिल्कुल अलग होता है। यहां पर दही में गुड़ या चीनी के साथ चूड़ा को भिगोकर खाया जाता है। इसे दही चूड़ा बोलते हैं।

आंध्र प्रदेश में इसे अत्कुला पुलीहोरा बोलते हैं। इसमे इमली और गुड़ को मिक्स कर पकाते हैं और उसमे पोहा को डालकर पका लेते हैं। फिर ऊपर से राई, करीपत्ता, मिर्च का तड़का लगाकर और मूंगफली डालकर बनाते हैं अत्कुला पुलीहोरा।

नारियल के साथ खीरे को मिक्स कर पोहे को पकाया जाता है। तो ये पोहा कर्नाटक में बोला जाता है अवलकी।

तमिलनाडु में पोहे को अवल उपमा कहते हैं। यहां पर नारियल को घिसकर करी पत्ते के तड़के के साथ पोहे को पकाते हैं तो तैयार होता है अवल उपमा।
