वानूआतू की प्राकृतिक सुंदरता का कोई सानी नहीं है। इस देश का गोल्डन पासपोर्ट काफी फेमस है।
गोल्डन पासपोर्ट का मतलब है कि निवेश करके यहां का पासपोर्ट कोई भी खरीद सकता है। इसके लिए करीब 1.3 करोड़ रुपये चुकाने होते हैं।
वानूआतू 83 छोटे-छोटे ज्वालामुखी वाले द्वीपों से मिलकर बना है। इसकी जनसंख्या तीन लाख के करीब है।
जनसंख्या के आधार पर यह देश 182वें स्थान पर है। यहां की कुल आबादी तीन लाख के करीब है। यहां का सबसे ज्यादा माना जाने वाला धर्म ईसाई है।
वानुआतू लंबे समय तक ब्रिटेन और फ्रास का गुलाम रहा। ऐसे में यहां अंग्रेजी और फ्रेंच भाषा बोली जाती है।
इस देश की राजधानी पोर्ट विला है जो कि इफेट द्वीप पर है। यह 900 वर्ग किलोमीटर का द्वीप है और वानूआतू का सबसे बड़ा द्वीप है।
वानूआतू में अब भी कई सक्रिय ज्वालामुखी हैं। कुछ संदर के जल में हैं। वानूआतू में ही 1450 में भयंकर ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था। इस विस्फोट में एक पूरा द्वीप ही नष्ट हो गया था। इसके बाद दो छोटे-छोटे नए द्वीप बन गए।
वानूआतू में अब भी ज्वालामुखी सक्रिय हैं। इसमें समय-समय पर लावा और धुएं का गुबार उठता रहता है।
यहां रहने वाले ज्यादातर लोग नी-वानूआतू के हैं। यह एक मेलानेशियन जातीय समहू है। यहां की राष्ट्रीय भाषा बिस्लामा है।
यहां हजारों साल पहले फिलीपींस के लापिता जनजाति के लोग रहते थे। यहां लंबे समय तक यूरोपीय मिशनरियों का कब्जा रहा। 1980 में ही इस देश को आजादी मिली थी।