1/5फिल्म अभिनेता जॉन अब्राहम ने हिन्दुस्तान शिखर समागम 2016 में कई महत्वपूर्ण बातें कहीं थीं। उन्होंने युवाओं को संदेश और फिट रहने का मंत्र भी बताया था। कुछ अलग करने का जज़्बा कहां से आया? इस सवाल के जवाब में जॉन ने कहा था, जज्बा पहले से था लेकिन फिल्म से एक माध्यम मिलता है।

जॉन ने कहा था कि अकेले होने पर आपको खुद के लिए लड़ना पड़ता है। ऐसा कभी नहीं लगा कि ये जगह मेरे लिए नहीं है। हमने मद्रास कैफ़े बनाई, विकी डोनर बनाई क्योंकि हम इंडस्ट्री का नजरिया बदलना चाहते हैं। मद्रास कैफे मेरे लिए ख़ास है।

नोटबंदी पर जॉन ने कहा था कि सरकार की नीयत अच्छी थी। उन्होंने कहा कि मैं बॉलीवुड का हिस्सा हूं लेकिन मैं अवॉर्ड समारोह में नहीं जाता। मेरा एक हिस्सा बाहर वाला भी है। मैं सुबह साढ़े 4 बजे उठ जाता हूं।

युवाओं को जॉन ने हिदायत दी थी कि हेलमेट पहनना बहुत ज़रूरी है। अगर आप कहीं शराब पीकर गिर रहे हों तो ये कूल नहीं है। फिट रहने के लिए जॉन ने कहा कि शुगर, ऑयल और चॉकलेट न खाएं। किसी पत्रकार पर बहुत गुस्सा आया है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, हां आया है। मैं बस उसकी तरफ देखता हूं।

जॉन ने कहा था कि मैं अपनी मां के बहुत करीब हूं। मैं धार्मिक नहीं हूं। अगर कोई भगवान है तो वो मां है। मैं एक असली हीरो बनना चाहता हूं। आज देश बदल गया है हम घुस कर मारते हैं।
