1/8चुनौतियों की चट्टान पर, तरक्की का तिरंगा... हिन्दुस्तान शिखर समागम 2018 में अखिलेश यादव ने कहा कि नोटबंदी पर बहस होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नोटबंदी अच्छी है तो फिर से करके दिखाएं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नोटबंदी पर सवाल खड़ा करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार किया।

अखिलेश यादव ने कहा कि अगले चुनावों में यूपी में ऐतिहासिक नतीजे आएंगे। बीजेपी वालों ने मुझे याद दिला दिया कि मैं पिछड़ा हूं, लेकिन मैं काम में फॉरवर्ड हूं। अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद एनकाउंटर बंद हुए।

अखिलेश यादव ने कहा कि जीएसटी से व्यापारी दुखी हैं, राहुल जी से संबंध अच्छे हैं, हमने पिछले चुनावों के दौरान मिलकर काम किया है। पिछले चुनावों में हार पर बोले अखिलेश यादव शायद लोगों को मेरा काम पसंद नहीं आया, लोग बुलेट ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि हम लोग काम में व्यस्त थे और भाजपा के लोग गुमराह करने में लगे थे। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने कभी भी जाति की राजनीति नहीं की, हां यह जरूर है कि बदनाम किया गया। योगी सरकार को अपनी ही नौकरियों के बारे में नहीं पता, ऐसे नियम बना रहे हैं जिनसे नौकरी नहीं मिलती।

अखिलेश यादव ने कहा कि हम चाहते थे आगरा एक्सप्रेसवे से भी बेहतर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बने 70% जमीन भी अधिग्रहण कर ली गई थी बजट भी हो गया था। मुझे खुशी है कि जो प्रोजेक्ट समाजवादी पार्टी ने बनाया उस का शिलान्यास प्रधानमंत्री जी कर रहे हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी एक्सप्रेस वे के बारे में कुछ नहीं जानते हैं, वह वो जानते हैं जो उन्हें बताया जाता है। भाजपा ने जाति की बात की है, हम मेट्रो की बात करते हैं और लैपटॉप की बात करते हैं और UP के विकास की बात करते हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि मैं तो कहता हूं कि भाजपा कहती है कि नोटबंदी के बाद यूपी जीता, गुजरात जीता, तो एक बार और नोटबंदी कर दो और देश जीत लो।

अखिलेश यादव ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि नोटबंदी में जितने लोग मरे थे, भाजपा ने उनके लिए क्या किया। गरीबों का क्या भला हुआ। बैंक भी घाटे में चले गए हैं। सरकार का सबसे बड़ा फैसला था नोटबंदी। कम से कम अब नोटबंदी पर देश में बहस होनी चाहिए।
