आर्थराइटिस हो या अस्थमा, घबराएं नहीं, इन बातों का रखें ध्यान
कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं, जिनसे पूरी तरह मुक्ति पाना असंभव सा होता है। ऐसे में उस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं, बल्कि उपाय पर ध्यान देने की जरूरत होती...
AnuradhaWorld asthma day
कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं, जिनसे पूरी तरह मुक्ति पाना असंभव सा होता है। ऐसे में उस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं, बल्कि उपाय पर ध्यान देने की जरूरत होती है। आर्थराइटिस-जोड़ों की यह बीमारी पहले उम्रदराज लोगों को होती थी, लेकिन बदली जीवनशैली के कारण इसकी चपेट में युवा भी आ रहे हैं। इसके साथ ही अस्थमा और एलर्जिक ब्रोंकाइटिस में सांस लेने वाली नलियों में सूजन हो जाती है या रुकावट आ जाती है
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कैसा हो खानपान गाजर, शकरकंद और अदरक का सूप पिएं। सुबह नाश्ते में कॉर्नफ्लेक्स की एक कटोरी में कुछ बेरी मिलाकर खाएं। मछली, शुगर, दुग्ध उत्पाद, अल्कोहल, सॉफ्ट ड्रिक, टमाटर खाने से आर्थराइटिस का दर्द बढ़ता है। भरपूर फाइबर, कम तेल-मसाला और चिकनाई वाली चीजें खाएं। प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर डाइट जरूर लें। भोजन में फल और सब्जियों को शामिल करें। शतावरी, पत्तागोभी, पालक, मशरूम, टमाटर, सोयाबीन तेल से परहेज करना चाहिए।
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अस्थमा और एलर्जिक ब्रोंकाइटिस में खांसी, सीने में जकड़न और सांस लेने में समस्या आदि शामिल हैं। वजन जितना कम होगा, उतनी ही हमारे लंग्स की क्षमता बढ़ेगी। स्वस्थ जीवनशैली और खानपान पर ध्यान दें। कैसा हो खानपान खाने में प्रोटीन, फलों और सब्जियों का सेवन किया जाए तो अस्थमा के मरीजों में बीमारी के 50% लक्षण खत्म किए जा सकते हैं। दूध, घी, मक्खन, तेल, खटाई और तेज मसालों का सेवन नहीं करना चाहिए। हाई फाइबर और प्रोटीन से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। काली मिर्च, सौंठ, लौंग का चूर्ण बराबर मात्रा में मिला लें। इनमें से आधा छोटा चम्मच खाने से पहले खाएं। ऐसा भोजन करें, जिसमें विटामिन-सी की मात्रा अधिक हो। विटामिन बी6 और विटामिन बी3 पर्याप्त मात्रा में लें।