आने वाले है स्किन पर स्क्रीन का समय, जानिए कैसे होंगे भविष्य के स्मार्टफोन
21वीं सदी के इस दौर में स्मार्टफोन की दुनिया तेजी से बदल रही है। बीते 15 साल पहले तक जहां टच स्क्रीन फोन कुछ ही लोगों के हाथों में दिखा करते थे, अब लगभग 60 फीसदी लोगों तक पहुंच गए हैं। वर्ल्ड...
Aparajitafuture smartphone
21वीं सदी के इस दौर में स्मार्टफोन की दुनिया तेजी से बदल रही है। बीते 15 साल पहले तक जहां टच स्क्रीन फोन कुछ ही लोगों के हाथों में दिखा करते थे, अब लगभग 60 फीसदी लोगों तक पहुंच गए हैं। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मुताबिक, साल 2024 तक ऐसे स्मार्टफोन आ जाएंगे, जिन्हें शरीर के अंदर फिट किया जा सकेगा। बताते चलें कि एलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने 1876 में टेलीफोन का अविष्कार किया था। इसके बाद फोन ने कई उतार-चढ़ाव देखे।
IBM Simon
तकनीक में बदलाव 1994 में दुनिया का पहला स्मार्टफोन आया, जो टचस्क्रीन के साथ आता था, इसका नाम आईबीएम सिमोन था आईबीएम सिमोन की कीमत 1,099 डॉलर थी 1996 में दुनिया का पहला फ्लिप फोन आया, जिसका नाम ‘मोटोरोला स्टार टीएसी’ था’ 2002 में दुनिया के सामने पहले ब्लैकबेरी फोन ने दस्तक दी थी जिसका नाम ब्लैकबेरी 5810 था 2002 में ही ‘नोकिया 1100’ आया था जो अब तक का सबसे ज्यादा बिकने वाला फोन था 2007 में एप्पल ने अपना ‘आईफोन’ पेश किया था जो एक बड़ी रंगीन डिस्प्ले के साथ आता है अब यह कंपनी अब हर साल नया आईफोन लॉन्च करती है
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car phone
वायरलेस फोन तकनीक लैंडलाइन के अस्तित्व में आने के बाद और मोबाइल फोन आने से पहले ‘कार फोन’ की शुरुआत हुई ‘कार फोन’ में एक ट्रांसमीटर सेटअप होता था, जो कार के पीछे वाले हिस्से में रखा जाता था ‘कार फोन’ नामक ट्रांसमीटर सेटअप और मशीनों का वजन लगभग 37 किलोग्राम के बराबर होता था 1947 में इंजीनियर बेल लैब्स ने भविष्य के लिए फोन नेटवर्क की कल्पना तैयार की थी जो उस समय ‘कार फोन’ के लिए भी उपयोगी थी ‘कार फोन’ की अपनी सीमाएं थीं और इसका इस्तेमाल सीमित संख्या में किया जा सकता था
first mobile
1973 में पहला मोबाइल आया 1973 में मोटोरोला के इंजीनियर मार्टिन कूपर ने दुनिया के पहले मोबाइल से रू-ब-रू करवाया दुनिया के पहले मोबाइल का नाम था ‘डायना टैक 8000 एक्स’ मोटोरोला का यह फोन बेल के सेल नेटवर्क आधारित तकनीक पर काम करता था 10 साल के बाद 10,000 डॉलर के निवेश के बाद इस फोन को आम जनता के लिए लॉन्च किया गया इसके बाद ढेरों की संख्या में सेल्यूलर कंपनी ने अपने नेटवर्क स्थापित किए दुनिया के पहले मोबाइल को चार्ज करने में 10 घंटे लगते थे और उसकी बैटरी टाइमिंग 35 मिनट थी ‘डायना टैक 8000 एक्स’ फोन की कीमत 3.995 डॉलर थी जो वर्तमान में 10,000 डॉलर ( लगभग 7.12 लाख रुपये) के बराबर है