Hindi Newsफोटोवैज्ञानिक से लेकर किसान तक, PM मोदी ने किन महिलाओं को सौंपी सोशल मीडिया हैंडल की बागडोर

वैज्ञानिक से लेकर किसान तक, PM मोदी ने किन महिलाओं को सौंपी सोशल मीडिया हैंडल की बागडोर

  • अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं को सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल की बागडोर एक दिन के लिए कुछ प्रतिष्ठित महिलाओं को सौंप दी है। ये महिलाएं अलग-अलग क्षेत्रों में नाम कमा चुकी हैं और आज के समाज के लिए प्रेरणा हैं।

Ankit OjhaSat, 8 March 2025 02:07 PM
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पीएम मोदी ने महिलाओं को दिया सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के दौरान ही कह दिया था कि इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर वह अपने सोशल मीडिया हैंडल की कमान कुछ प्रेरणास्रोत महिलाओं को सौंप देंगे।

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आर वैशाली

शतरंज खिलाड़ी आर वैशाली ने शनिवार को कहा कि मैं महिला दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सोशल मीडिया खाते ‘एक्स’ को संचालित कर रोमांचित हूं, और मुझे देश का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है। वैशाली 6 साल की उम्र से ही शतरंज की खिलाड़ी हैं। 2023 में वह चेस ग्रैंडमास्टर जीत चुके हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का मान बढ़ाया है।

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एलिना मिश्रा

एलिना मिश्रा भाभा एटमिक रिसर्ट सेंटर में परमाणु वैज्ञानिक हैं। एलिना मिश्रा ने लिखा कि विज्ञान के क्षेत्र में मेरा काम करने का सपना तब पूरा हुआ जब भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में मेरा चयन हुआ। एलिना के नाम अपने क्षेत्र की उपलब्धियां दर्ज हैं।

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शिल्पी सोनी

शिल्पी सोनी भी वैज्ञानिक हैं। वह डीआरडीओ में काम कर चुकी हैं और अब इसरो में कार्यरत हैं। उन्होंने संचार और नेविगेशन मिशन के लिए काफी काम किया है। उन्होंने कहा कि इसरो सबको समान अवसर उपलब्ध करवाता है।

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अजैता शाह

फ्रंटियर मार्केट्स की सीईओ महिलाओं को जागरूकर करने और उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए बड़ा अभियान चला रही हैं। ग्रामीण पृष्ठभूमि की 35 हजार महिलाओं को डिजिटली सक्षम बनाने का बेड़ा उन्होंने उठाया है।

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अनीता देवी

अनीता देवी को मशरूम लेडी ऑफ बिहार के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने माधोपुर फार्मर्स प्रड्यूसर कंपनी बनाई है। मशरूम की खेती के जरिए उन्होने 100 से ज्यादा महिलाओं को रोजगार दिया है।

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डॉ. अंजली अग्रवाल

डॉ. अंजली अग्रवाल समर्थ्यम सेंटर फॉर यूनिवर्सिटी असेसिबिलिटी की संस्थापक हैं। स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर दिव्यागों की मदद के लिए उन्होंने इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करवाने का बीड़ा उठाया है।