1/7वास्तु के अनुसार, मुख्य द्वार पर काला टीका लगाना बुरी नजर को रोकता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करता है। बुरी नजर से बचने के लिए द्वार पर काले धागे या काले रंग का छोटा चिन्ह बनाएं। बच्चों के माथे पर काला टीका लगाएं।

नींबू और सात हरी मिर्च का तोरण मुख्य द्वार पर लटकाना वास्तु में शुभ है। यह बुरी नजर को घर में प्रवेश से रोकता है। शनिवार को इसे बदलें, पुराने नींबू-मिर्च को जल में प्रवाहित करें। द्वार पर गंगाजल छिड़कें। इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

वास्तु शास्त्र में नमक को नकारात्मक ऊर्जा अवशोषक माना जाता है। कांच के बर्तन में सेंधा नमक रखें और घर के कोनों में नमक का पानी छिड़कें। हर शुक्रवार नमक बदलें और पुराना नमक बाहर फेंक दें। यह उपाय बुरी नजर को दूर करता है।

तुलसी का पौधा वास्तु में पवित्र और बुरी नजर नाशक माना जाता है। उत्तर-पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा लगाएं। रोज सुबह जल चढ़ाएं और दीपक जलाएं। सूखे पौधे को तुरंत बदलें। यह नकारात्मक ऊर्जा को हटाकर सुख-समृद्धि लाता है।

वास्तु में स्वास्तिक सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य का प्रतीक है। मुख्य द्वार या पूजा कक्ष में कुमकुम से स्वास्तिक बनाएं। उत्तर-पूर्व दिशा में मंगल यंत्र रखें। रोज 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र जपें। यह बुरी नजर से बचाता है और समृद्धि लाता है।

वास्तु के अनुसार, गंदगी और कबाड़ बुरी नजर को आकर्षित करते हैं। रोज घर की सफाई करें, कोनों में गंगाजल छिड़कें। टूटा सामान हटाएं। मुख्य द्वार पर गणेश जी की मूर्ति लगाएं। साफ घर मां लक्ष्मी को आकर्षित करता है और नकारात्मकता को दूर रखता है।

काला टीका, नींबू-मिर्च, नमक, तुलसी और स्वास्तिक जैसे वास्तु उपाय बुरी नजर को रोकते हैं। नियमित सफाई और सही दिशा का ध्यान रखें। ये उपाय नकारात्मक ऊर्जा को हटाकर घर में सुख, शांति और समृद्धि लाते हैं। डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए वास्तुशास्त्र विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)
