हिन्दुस्तान स्मार्ट: फायदा चाहिए तो सही धातु में पहनें रत्न, जानें किस धातु में कौन सा रत्न देता है फायदा
आपने कई बार लोगों को कहते सुना होगा कि रत्न पहनने के बाद भी उससे कोई फायदा तो नहीं हुआ, उल्टा नुकसान उठाना पड़ गया। लेकिन इसकी सही वजह जानने की कोशिश शायद ही आपने की हो । सकारात्मक फल पाने...
Anuradhagems and dhanteras
आपने कई बार लोगों को कहते सुना होगा कि रत्न पहनने के बाद भी उससे कोई फायदा तो नहीं हुआ, उल्टा नुकसान उठाना पड़ गया। लेकिन इसकी सही वजह जानने की कोशिश शायद ही आपने की हो । सकारात्मक फल पाने के लिए सही धातु में रत्न पहनना जरूरी होता है, तभी किस्मत का सितारा बुलंदियों को छूता है अन्यथा ये रत्न महज एक पत्थर बनकर रह जाते हैं। रत्नों में ग्रहों की ऊर्जा को अवशोषित करने की अद्भुत क्षमता होती है। रत्नों में विराजमान अलौकिक गुणों के कारण रत्नों को ग्रहों का अंश भी माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक रत्न किसी खास धातु के लिए ही बना है। यदि किसी रत्न को गलत धातु में बनवा लिया जाए, तो या तो उसका असर नहीं होता या फिर कई बार वह गलत प्रभाव भी छोड़ जाता है।
pearl
इन सभी धातुओं का भी अपना असर होता है, लेकिन ऐसा कहा जाता है कि जब ये धातु किसी खास रत्न के साथ मिला दी जाएं तो इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है। यही कारण है कि रत्न को किसी विशेष धातु से बनी अंगूठी में ही धारण करने की सलाह दी जाती है। सौरमंडल में नौ ग्रह हैं, इन ग्रहों को अपने पक्ष में करने और इनका सकारात्मक प्रभाव पाने के लिए रत्न धारण किए जाते हैं। ग्रहों को मजबूती प्रदान करने के लिए भी रत्न पहने जाते हैं। रत्न अपना असर तो दिखाते हैं लेकिन इन्हें किस धातु में पहना जा रहा है, ये बात सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। किस धातु में कौन सा रत्न माणिक्य : सूर्य के रत्न माणिक्य यानी रूबी को तांबे या सोने की धातु में पहनना चाहिए। इसमें भी तांबे में पहनने से इसका असर बहुत ही लाभदायक होता है, हालांकि सोने की चमक और दिखावे के चलते लोग तांबे को कम पसंद करते हैं। माणिक्य रत्न करियर में सफलता पाने के लिए बहुत लाभकारी होता है।
gems
मोती : चंद्रमा का रत्न है मोती, जो मन और मस्तिष्क को शांति प्रदान करता है। मोती हमेशा चांदी की धातु में ही पहना जाना चाहिए। मोती को कभी भी सोने की धातु में नहीं पहना जाता है। जिन लोगों के गुस्सा अधिक आता हो, उन्हें यह रत्न अवश्य पहनना चाहिए। नीलम : शनि देव का रत्न है नीलम। इस रत्न को शनि को और मजबूत करने के लिए पहना जाता है। ये रत्न अगर किसी को सू
संबंधित फोटो गैलरी
Diamond
गोमेद : राहु का रत्न है गोमेद, इसे किसी भी अष्टधातु, चांदी या त्रिलोह में बनवाकर पहना जा सकता है। इसकी एक खास बात यह है कि इसे पहनने से पहले, कुछ विशेष पूजा करनी होती हैं। ये पूजा पंडित या ज्योतिष आदि अपने-अपने अनुसार करवाते हैं। लहसुनिया : केतु का रत्न है लहसुनिया, इसे चांदी या अष्टधातु बनवाकर धारण करें, यह हर कोई नहीं पहन सकता। इस रत्न को बहुत ही कम लोगों को बताया जाता है, लेकिन इसे पहनें तभी जब कोई ज्योतिष इसकी सलाह दे। आत्मविश्वास के साथ साहस और बल बढ़ाता है
benefits of wearing emerald
पन्ना : यह बुध का रत्न माना जाता है, पन्ना सोने की धातु में पहनना सबसे शुभ माना जाता है। पन्ना रत्न धारण करने से बुध के शुभ फल प्राप्त होते हैं और आंखों की रोशनी भी तेज होती है। यह रत्न करियर में नई ऊंचाइयां प्रदान करने में सबसे ज्यादा सहायक है। मूंगा : मूंगा का स्वामी मंगल है, इस रत्न को पहनने के बाद जातक प्रतिदिन नई ऊंचाइयों को प्राप्त करता है, ऐ