ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को धन-संपदा का कारक माना गया है। 25 अगस्त को शुक्र अपनी नीच राशि कन्या में गोचर करने वाले हैं। इस राशि में शुक्र 17 सितंबर तक रहेंगे और 18 सितंबर को तुला राशि में प्रवेश कर जाएंगे। कन्या राशि में पहले से ही मायावी ग्रह केतु विराजमान है। शुक्र गोचर से कन्या राशि में शुक्र-केतु की युति बनेगी। यह युति कुछ राशि वालों के लिए अत्यंत लाभकारी रहने वाली है। जानें इन राशियों के बारे में-
मेष राशि वालों के लिए शुक्र-केतु की युति अत्यंत लाभकारी रहने वाली है। इस अवधि में आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी। सुख-संपदा में वृद्धि होगी। शुक्र-केतु के प्रभाव से आपको अटके हुए कार्यों में सफलता हासिल होगी। कोर्ट कचहरी के मामलों में विजय संभव है। धन का आगमन होगा।
सिंह राशि वालों के लिए शुक्र-केतु की युति अत्यंत लाभकारी रहने वाली है। सामाजिक मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आप प्रभावशाली व्यक्तियों से मुलाकात कर सकते हैं। आर्थिक स्थिति पहले से अच्छी होगी। निवेश का अच्छा रिटर्न भविष्य में मिलेगा।
वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र व केतु की युति अत्यंत शुभ रहने वाली है। आय के नवीन स्रोत बनेंगे। नौकरी पेशा करने वाले जातकों को तरक्की मिलने की प्रबल संभावना है। कार्यस्थल पर उच्चाधिकारी आपके काम से प्रसन्न होंगे।
केतु-शुक्र की युति कन्या राशि वालों के मन की इच्छाएं पूरी कर सकता है। कुछ जातकों का विदेश जाने का सपना पूरा हो सकता है। आप अपने लक्ष्यों को पाने में सफल रहेंगे। आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
धनु राशि वालों के लिए शुक्र-केतु की युति बहुत शुभ रहने वाली है। भाग्य का साथ मिलने से आपको कार्यों में सफलता हासिल होगी। कार्यस्थल पर अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहेंगे। कुछ जातकों को नौकरी के अच्छे प्रस्ताव भी मिलेंगे।
18 सितंबर तक का समय मिथुन राशि वालों के लिए बहुत शुभ रहने वाला है। शुक्र-केतु की युति मिथुन राशि वालों को निवेश का अच्छा रिटर्न देगी। करियर के क्षेत्र में आप अच्छा करेंगे, जो लोगों को हैरान कर सकता है। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर हो जाएगी।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।