1/7वास्तु के मुताबिक यदि बालकनी पूर्व दिशा में बनी हो, तो यह आपके पूरे घर के लिए लाभदायक है। ऐसे में इस जगह को हमेशा साफ-सुथरा रखें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके अलावा यहां बड़ा और भारी सामान न रखें।

वास्तु के मुताबिक पूर्व दिशा में बनी बालकनी में तुलसी का पौधा जरूर रखें। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। लेकिन यहां बहुत ज्यादा भारी गमले न रखें। साथ ही घर का कोई भी टूटा-फूटा सामान, रद्दी आदि यहां न रखें।

यदि आपके घर में पश्चिम दिशा में बालकनी हो, तो इसे दोपहर के बाद परदे से थोड़ा-बहुत कवर कर लेना चाहिए। मान्यता है कि पश्चिम की दिशा से क्षीण या नकारात्मक ऊर्जा ही प्रवेश करती है। हालांकि यहां साइज और वजन में कुछ भारी गमले और पौधे का प्रयोग कर सकते हैं।

यदि आपके मकान और फ्लैट की बालकनी उत्तर दिशा में बनी हो, तो इसे भी बालकनी के समान साफ-सुथरा रखें। अगर इस जगह को गंदा रखते हैं, तो नकारात्मक तरंगें ही हमारे घर में आएंगी, जिससे घर में अशांति का वातावरण बन सकता है।

यदि बालकनी मकान या फ्लैट की दक्षिण दिशा में बनी हो, तो यहां ऊंची और लटकने वाली विभिन्न प्रकार के फूलों वाली या सजावटी बेलें लगाएं। बालकनी के एक हिस्से में आप कुछ ऐसे ही सामान रख सकते हैं, जिनका इस्तेमाल आपको फिलहाल नहीं करना होता।

यदि दक्षिण दिशा की बालकनी वाला भाग मकान का फ्रंट या आगे वाला भाग बनता हो, तो इस बालकनी को आकार में अपेक्षाकृत बड़े पौधों से सजाया जा सकता है। वैसे बालकनी चाहे किसी भी दिशा में बनी हो, हमेशा साफ-सुथरी होनी चाहिए।

यह खबर सामान्य जानकारियों, धर्म ग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी तरह की विशेष जानकारी के लिए धर्म विशेषज्ञ से उचित सलाह लें।
