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घर की बालकनी को न करें नजरअंदाज, ऐसे रखें वास्तु का ध्यान

वास्तु के मुताबिक घर की बालकनी का महत्व काफी होता है। इस जगह का संबंध आपके घर की खुशहाली से भी होता है। इसलिए बालकनी का सुव्‍यवस्थित होना वास्‍तु शास्‍त्र में बहुत ही जरूरी माना गया है। ऐसे में इस जगह को बिल्कुल नजरअंदाज न करें, वरना इसका नकारात्मक प्रभाव पूरे घर में पड़ता है।

Dheeraj PalFri, 26 Sep 2025 07:43 PM
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पूर्व दिशा की बालकनी कैसी हो

वास्तु के मुताबिक यदि बालकनी पूर्व दिशा में बनी हो, तो यह आपके पूरे घर के लिए लाभदायक है। ऐसे में इस जगह को हमेशा साफ-सुथरा रखें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके अलावा यहां बड़ा और भारी सामान न रखें।

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क्या रखें और क्या नहीं

वास्तु के मुताबिक पूर्व दिशा में बनी बालकनी में तुलसी का पौधा जरूर रखें। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। लेकिन यहां बहुत ज्यादा भारी गमले न रखें। साथ ही घर का कोई भी टूटा-फूटा सामान, रद्दी आदि यहां न रखें।

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पश्चिम दिशा में बालकनी

यदि आपके घर में पश्चिम दिशा में बालकनी हो, तो इसे दोपहर के बाद परदे से थोड़ा-बहुत कवर कर लेना चाहिए। मान्यता है कि पश्चिम की दिशा से क्षीण या नकारात्मक ऊर्जा ही प्रवेश करती है। हालांकि यहां साइज और वजन में कुछ भारी गमले और पौधे का प्रयोग कर सकते हैं।

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उत्तर दिशा की बालकनी

यदि आपके मकान और फ्लैट की बालकनी उत्तर दिशा में बनी हो, तो इसे भी बालकनी के समान साफ-सुथरा रखें। अगर इस जगह को गंदा रखते हैं, तो नकारात्मक तरंगें ही हमारे घर में आएंगी, जिससे घर में अशांति का वातावरण बन सकता है।

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दक्षिण दिशा की बालकनी

यदि बालकनी मकान या फ्लैट की दक्षिण दिशा में बनी हो, तो यहां ऊंची और लटकने वाली विभिन्न प्रकार के फूलों वाली या सजावटी बेलें लगाएं। बालकनी के एक हिस्से में आप कुछ ऐसे ही सामान रख सकते हैं, जिनका इस्तेमाल आपको फिलहाल नहीं करना होता।

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बालकनी वाला भाग

यदि दक्षिण दिशा की बालकनी वाला भाग मकान का फ्रंट या आगे वाला भाग बनता हो, तो इस बालकनी को आकार में अपेक्षाकृत बड़े पौधों से सजाया जा सकता है। वैसे बालकनी चाहे किसी भी दिशा में बनी हो, हमेशा साफ-सुथरी होनी चाहिए।

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नोट

यह खबर सामान्य जानकारियों, धर्म ग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी तरह की विशेष जानकारी के लिए धर्म विशेषज्ञ से उचित सलाह लें।