1/7वास्तु शास्त्र में उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) को ज्ञान और सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र माना जाता है। इंटरव्यू की तैयारी के लिए इस दिशा में बैठें। डेस्क को उत्तर या पूर्व की ओर रखें। यह दिशा मानसिक स्पष्टता और आत्मविश्वास बढ़ाती है, जिससे इंटरव्यू में बेहतर प्रदर्शन होता है। सुनिश्चित करें कि कमरा साफ और हवादार हो।

वास्तु के अनुसार, हरा रंग बुध ग्रह से जुड़ा है, जो संचार और बुद्धि का प्रतीक है। इंटरव्यू के लिए हरे रंग के कपड़े पहनें या हरे रंग का रुमाल रखें। कमरे में हरे पौधे, जैसे मनी प्लांट रखें। यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और तनाव को कम करता है, जिससे इंटरव्यू में सफलता मिलती है।

इंटरव्यू से पहले वास्तु यंत्र या श्री यंत्र को घर के उत्तर-पूर्व कोने में स्थापित करें। इसे गंगाजल से शुद्ध करें और 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का जप करें। यह यंत्र सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और बाधाओं को दूर करता है। इंटरव्यू के दिन इसे साथ रखें या इसकी पूजा करें।

वास्तु शास्त्र में स्वच्छता सकारात्मक ऊर्जा का आधार है। इंटरव्यू से पहले घर और तैयारी के स्थान को साफ रखें। बिखरे हुए कागज, धूल या बिखरे सामान नकारात्मकता को बढ़ाते हैं। गंगाजल का छिड़काव करें और कमरे में हल्का नीला या सफेद रंग उपयोग करें। यह मानसिक शांति और स्पष्टता लाता है।

वास्तु के अनुसार, उत्तर या पूर्व दिशा में शीशा लगाएं। इंटरव्यू की तैयारी करते समय दर्पण के सामने अभ्यास करें। यह आत्मविश्वास बढ़ाता है और सकारात्मक ऊर्जा को परावर्तित करता है। सुनिश्चित करें कि शीशा साफ और बिना टूटा हो। टूटा शीशा नकारात्मकता लाता है और इंटरव्यू में बाधा डाल सकता है।

इंटरव्यू के दिन बैग में गणेश जी की छोटी मूर्ति, स्वास्तिक या शुभ-लाभ का प्रतीक रखें। घर में उत्तर-पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा रखें और उसकी पूजा करें। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और इंटरव्यू में सफलता की संभावना मजबूत होती है।

जॉब इंटरव्यू में सफलता के लिए उत्तर-पूर्व दिशा, हरा रंग, वास्तु यंत्र, स्वच्छता और सकारात्मक प्रतीकों का उपयोग करें। ये वास्तु उपाय आत्मविश्वास, सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य को बढ़ाते हैं। नियमित और श्रद्धा से इनका पालन करें। गणेश जी की कृपा और वास्तु की शक्ति से इंटरव्यू में बाधाएं दूर होंगी और सफलता मिलेगी। डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए वास्तुशास्त्र विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)
