अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला विमान गुरुवार को मेघानीनगर में दुर्घटना ग्रस्त हो गया। इस विमान में सवार 241 लोगों ने कभी नहीं सोचा होगा कि वह एक ऐसे सफर में हैं जो कभी अपनी मंजिल तक पहुंचेगा ही नहीं
विमान गुरुवार दोपहर को अहमदाबाद से टेकऑफ हुआ, पायलट ने मेडे कॉल किया और कुछ ही मिनटों में विमान दुर्घटना ग्रस्त हो गया। इस हादसे के साथ ही लोगों के परिवार, सपने, खुशियां सब उजड़ रह गए तो सिर्फ उनके पीछे रोते बिलखते परिवार वाले।
इस हादसे में जान गंवाने वालों की कहानी अब एक-एक कर सामने आ रही है। कोई अपने पति का जन्मदिन मनाने उसके पास लंदन जा रही थी तो कोई अपनी पत्नी की आखिरी इच्छा पूरी कर वापस लौट रहा था।
विमान में 230 यात्रियों और चालक दल के 12 सदस्यों समेत 2 को लेकर लंदन जा रहा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (एआई171) अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद एक मेडिकल कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
एक अधिकारी ने बताया कि इस दुर्घटना में एक व्यक्ति बाल-बाल बच गया जबकि विमान में सवार 241 लोग मारे गए और इनमें से 10 महाराष्ट्र के रहने वाले थे।
मैथिली दो साल पहले एयर इंडिया में शामिल हुई थीं और उनके पिता मोरेश्वर पाटिल ओएनजीसी में ठेकेदार हैं। न्हावा के एक पूर्व सरपंच ने बताया कि मैथिली ने लंदन जाने से पहले अपने पिता से बात की थी और शहर पहुंचने पर उन्हें फोन करने का वादा किया था।
पवार दंपति 15 साल पहले सांगोला छोड़कर गुजरात में बस गए थे और वे अपने बेटे से मिलने लंदन जा रहे थे। विमान में सवार 32 साल की यात्री यशा कामदार मोधा नागपुर के व्यवसायी मनीष कामदार की बेटी थीं। वह अपने बेटे रुद्र और सास रक्षाबेन के साथ लंदन जा रही थीं और तीनों की दुर्घटना में मौत हो गई।