जन्माष्टमी 2018
भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य दिवस यानी जन्माष्टमी का पर्व इस बार 3 सितंबर को मनाया जाएगा। भगवान कृष्ण का जन्म आज से करीब सवा पांच हजार साल पहले भाद्रपद माह में कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था। इसी कारण पूरे भारत में इस दिन को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। भगवान कृष्ण को भगवान विष्णु का अवतार माना गया है इसीलिए यह त्योहार हिन्दू रीति रिवाजों में आस्था रखने वालों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। बहुत से लोग इस दिन व्रत रखते हैं। अष्टमी की रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का संकेतिक प्राकट्य होने पर लोग व्रत का पारायण करते हैं और प्रसाद बांटते हैं। इस पेज पर आप जन्माष्टमी पूजा मुहूर्त, विधि, उत्सव, व्रत, कथा और इसके महत्व से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं।