फोटो गैलरी

Hindi Newsबदरीनाथ हाईवे खुलने में लगेंगे चार-पांच दिन

बदरीनाथ हाईवे खुलने में लगेंगे चार-पांच दिन

विष्णुप्रयाग के पास गुरुवार को एक बार फिर चट्टान टूटकर सड़क पर आ गई। इसकी वजह से पिछले 54 घंटे से बंद बदरीनाथ हाईवे नहीं खोला जा सका। यहां पर करीब डेढ़ सौ मीटर सड़क टूट गई है। डीएम के मुताबिक हाईवे...

बदरीनाथ हाईवे खुलने में लगेंगे चार-पांच दिन
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 30 Apr 2015 11:03 PM
ऐप पर पढ़ें

विष्णुप्रयाग के पास गुरुवार को एक बार फिर चट्टान टूटकर सड़क पर आ गई। इसकी वजह से पिछले 54 घंटे से बंद बदरीनाथ हाईवे नहीं खोला जा सका। यहां पर करीब डेढ़ सौ मीटर सड़क टूट गई है। डीएम के मुताबिक हाईवे खोलने में अभी चार-पांच दिन का समय लग सकता है। उधर, पहाड़ी से बोल्डरों के नीचे अलकनंदा में गिरने से वहां अस्थायी झील भी बन गई। हालांकि जल्दी ही इसका पानी रिसने से संकट टल गया, लेकिन नदी के दूसरे किनारे पर बसे सेमा, कमद और गौरंग गांव को खतरा पैदा हो गया है। 

बदरीनाथ हाईवे पर गोविंदघाट में फंसे करीब 150 यात्रियों को सेना और प्राइवेट हेलीकॉप्टरों से जोशीमठ पहुंचाया गया है। गोविन्दघाट से गाड़ियों से और पैदल चलकर 400 से अधिक तीर्थ यात्री विष्णुप्रयाग पुल तक पहुंचे और वहां से पुराने रास्ते से पैदल जोशीमठ पहुंचे। बदरीनाथ हाईवे विष्णुप्रयाग के समीप हाथी पर्वत की चप्तान टूटने के कारण बाधित है। बीआरओ के मजदूर लगातार सड़क खोलने में लगे हुए हैं। इस बीच गुरुवार तड़के साढे़ चार बजे हाथी पर्वत से पत्थरों का गिरना शुरू हुआ। जहां पर सड़क बाधित थी उससे कुछ दूरी आगे पर फिर से चप्तान टूट कर सड़क पर आ गई, जिससे डेढ़ सौ मीटर सड़क टूट गई। पांडुकेश्वर और बदरीनाथ में फंसे तीर्थ यात्रियों को लाने के लिए एनडीआरएफ, आईटीबीपी के जवान पांडुकेश्वर और जोशीमठ के बीच अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जो यात्री पांडुकेश्वर से विष्णुप्रयाग पुल तक पहुंच रहे हैं उन्हें पुराने पैदल मार्ग से जोशीमठ लाया जा रहा है। 

फंसे 150 यात्रियों को हेलीकॉप्टर से लाए जोशीमठ
विष्णुप्रयाग में चप्तान टूटने से बाधित बदरीनाथ हाईवे पर फंसे तीर्थ यात्रियों को हेलीकाप्टर और सड़क मार्ग से जोशीमठ पहुंचाया गया है। यहां से उन्हें अलग-अलग बसों से अपने गंतव्य की और भेजा जा रहा है। गोविंदघाट हेलीपैड से लाए जा रहे तीर्थ यात्रियों में अधिकांश वृद्ध महिलाएं बच्चे और अशक्त लोग हैं। गुरुवार को 11 बजे से ही हेलीकाप्टर सेवा जोशीमठ से गोविन्दघाट के लिए चालू की गई। शाम 5 बजे तक 150 से अधिक तीर्थ यात्रियों को गोविन्दघाट से हेलीकाप्टर के जरिए जोशीमठ लाया गया। जबकि गोविन्दघाट से विष्णुप्रयाग पुल तक गाड़ियों से और पैदल चलकर 400 से अधिक तीर्थ यात्री पहुंचे। वहां से पुराने पैदल मार्ग से जोशीमठ पहुंचे। देर शाम तक आठ सौ तीर्थ यात्री गोविन्दघाट बदरीनाथ से जोशीमठ पहुंच चुके हैं। डीएम अशोक कुमार ने इसकी पुष्टी की है।

सैकड़ों यात्री कर रहे बारी का इंतजार
गोविन्दघाट के हेलीपैड पर सैकड़ों की संख्या में तीर्थ यात्री अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। इनमें से कुछ लोग पिछले 54 घंटों से गोविन्दघाट में ही रुके हैं। तीन हेलीकाप्टरों से ही यात्रियों को जोशीमठ लाया जा रहा है। जिनकी बारी नहीं आ पा रही उन्होंने अपना आक्रोश प्रकट किया है। उनका कहना कि उन्हें भी जोशीमठ और फिर आगे अपने गंतव्य की तक पहुंचाया जाए।

चट्टान से गिर रहे बडे़-बडे़ बोल्डर
विष्णुप्रयाग के समीप हाथी पर्वत से पत्थरों का गिरना लगातार जारी है। जिस स्थान पर मार्ग बाधित हुआ है वहां पर ऊपर से लगातार चप्तान बरसात की तरह टूटकर सड़क पर आ रही है। गुरुवार तड़के साढे़ चार बजे जब फिर से चप्तान खिसकी तो जोर से आवाज हुई और देखते ही देखते भारी भरकम चप्तान हाईवे को तोड़ती हुई अलकनंदा में समा गई। यहां पर डेढ़ सौ मीटर सड़क टूट गई।

प्रशासन ने जुटाई बसें
बदरीनाथ से आने वाले जो तीर्थ यात्री जोशीमठ पहुंच रहे हैं उन्हें बसों और अन्य वाहनों से आगे पहुंचाया जा रहा है। डीएम अशोक कुमार ने बताया कि पर्याप्त वाहनों से उन्हें जोशीमठ लाया गया है जहां से यात्रियों को आगे भिजवाया जा रहा है। 

अपनी गाड़ियां पांडुकेश्वर में छोड़ यात्री चले
पांडुकेश्वर में पिछले तीन दिनों से रुके तीर्थ यात्री अब पैदल ही जोशीमठ की ओर चल दिए हैं। मुजफ्फरनगर के अंकुर अग्रवाल, मध्यप्रदेश के नवल किशोर त्रिपाठी, भक्तपुर नेपाल के नवीन विक्रम शाह, हरियाणा हिसार के सुरेश कुमार कहते हैं कि वे अपनी गाड़ियों को पांडुकेश्वर में छोड़कर जोशीमठ आए।

डीएम मौके पर पहुंचे
डीएम अशोक कुमार घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि सड़क खोलने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने यात्रियों से कहा कि वे अभी जिस स्थान पर हैं वहीं रुकें। मार्ग खोलने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी सड़क खोलने में चार-पांच दिन का समय लग सकता है। सीएम हर पल यात्रा का अपडेट और सड़क खोलने के लिए जानकारी दे रहे हैं।


 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें