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भाजपा का मिशन उत्तर प्रदेश शुरू

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव भले ही साल भर दूर हों, लेकिन भाजपा की तैयारी शुरू हो गई है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह रविवार को प्रदेश कोर ग्रुप के नेताओं के साथ अहम बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें राज्य की...

भाजपा का मिशन उत्तर प्रदेश शुरू
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 06 Feb 2016 08:59 PM
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उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव भले ही साल भर दूर हों, लेकिन भाजपा की तैयारी शुरू हो गई है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह रविवार को प्रदेश कोर ग्रुप के नेताओं के साथ अहम बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें राज्य की जमीनी हकीकत का जायजा लिया जाएगा।

यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें राज्य के जातीय और सामाजिक समीकरणों पर मिलने वाली प्रमुख नेताओं की राय नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन में केंद्रीय नेतृत्व के लिए काफी मददगार होगी। चुनाव वाले राज्यों की तैयारी के सिलसिले में केंद्रीय नेतृत्व ने शनिवार शाम को पंजाब के नेताओं से चर्चा की है। उत्तरखंड और हिमाचल प्रदेश के नेताओं के साथ 16 फरवरी को बैठक होगी।

उत्तर प्रदेश की चुनावी रणनीति के मद्देनजर भाजपा राज्य में नए प्रदेश का फैसला अभी तक नहीं किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के समय भी उत्तर प्रदेश में चुनाव नहीं कराए गए थे, क्योंकि चुनावी जातीय व सामाजिक समीकरणों को देखते हुए केंद्रीय नेतृत्व फैसला नहीं ले सका था। दिल्ली व बिहार की हार के बाद उत्तर प्रदेश को लेकर भाजपा नेतृत्व पूरी तरह सतर्क है। वह राज्य के किसी भी नेता की राय को हल्के में नहीं ले रहा है और केंद्रीय नेताओं की राय पर पूरी तरह भरोसा भी नहीं कर रहा है। यह वजह है कि अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में आए आधा दर्जन नामों पर भी राज्य के सभी प्रमुख नेताओं से राय मशविरा करना चाहता है।

बसपा की रणनीति पर नजर
सूत्रों के अनुसार पार्टी की बसपा पर कड़ी नजर है, जिसने राज्य में अगड़ी जातियों को अपने पास लाने के लिए उन्हें सौ से ज्यादा टिकट देने के संकेत दिए हैं। भाजपा नेतृत्व को डर है कि अगर उसने अगड़ी जाति के मौजूदा अध्यक्ष को हटाकर किसी पिछड़ा या दलित को अध्यक्ष बनाया तो उसके अगड़ी जातियों के आधार बैंक में बसपा सेंध लगा सकती है। पिछड़ों में भी लोध व कुर्मी के बीच में पार्टी उलझी हुई है। सूत्रों का कहना है कि केंद्र में उत्तर प्रदेश के प्रमुख नेताओं के इन मुद्दों पर बंटे रहने के बाद पार्टी प्रदेश के नेतों से भी मशविरा कर उनका फीड बैक लेगी। संकेत हैं कि रविवार की बैठक के बाद एक सप्ताह में उत्तर प्रदेश के नए अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी।

उत्तराखंड में 16 को बैठक
उत्तर प्रदेश के बाद भाजपा नेतृत्व 16 फरवरी को उत्तराखंड के प्रदेश कोर ग्रुप के साथ भी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों पर चर्चा करेगा। उत्तराखंड में भाजपा ने हाल में अजय भट्ट को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी को उनकी जगह अब विधानसभा में नया नेता चुनना है। हिमाचल में चुनाव अभी दूर हैं, लेकिन पार्टी वहां के कोर ग्रुप के साथ बैठक कर राज्य में वीरभद्र सिंह के मुद्दे को लगातार गरमाए रखने की रणनीति पर विचार विमर्श करेगी।

पंजाब की स्थिति पर चर्चा
इसके पहले पार्टी ने शनिवार शाम को पंजाब के नेताओं के साथ विचार विमर्श किया। पंजाब में भी उत्तर प्रदेश के साथ चुनाव होने हैं और वहां पर अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार है। राज्य की अंदरूनी रिपोर्ट गठबंधन के लिए अच्छी नहीं होने से भाजपा की चिंताएं बढ़ी हुई हैं। बैठक में पार्टी नेतृत्व अकाली दल के साथ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को लेकर भी राज्य के कोर ग्रुप से जानकारी हासिल की है। साथ ही अकाली दल के साथ चुनाव लड़ने के नफा नुकसान पर भी चर्चा की है। पंजाब में भी पार्टी नए अध्यक्ष का फैसला नहीं कर सकी है। मौजूदा अध्यक्ष कमल शर्मा के साथ नए अध्यक्ष के लिए अश्विनी शर्मा, अविनाश राय खन्ना व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला के नाम चर्चा में हैं।


 

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