ब्लड बैंक में खुलवाइए एकाउंट और चार बार दान करिए अपना खून
बैंकों की तरह अब आईएमए ब्लड बैंक भी लोगों के एकाउंट खोलेगा। एकाउंट खुलवाने वाले हर शख्स को बैंक से एक यूनीक एकाउंट नंबर जारी होगा। खाता खुलवाने के बाद उसमें हर साल चार यूनिट खून जमा करना होगा। एक बार...
बैंकों की तरह अब आईएमए ब्लड बैंक भी लोगों के एकाउंट खोलेगा। एकाउंट खुलवाने वाले हर शख्स को बैंक से एक यूनीक एकाउंट नंबर जारी होगा। खाता खुलवाने के बाद उसमें हर साल चार यूनिट खून जमा करना होगा। एक बार रक्तदान करने के बाद ब्लड बैंक वाले दूसरी बार खुद फोन और मैसेज करके बुला लेंगे। रक्तदाता के ब्लड बैंक न जा पाने की स्थिति में आईएमए का मोबाइल ब्लड बैंक उसके घर पहुंच जाएगा।
बरेली समेत यूपी में तमाम शहरों के ब्लड बैंकों में खून की बेहद कमी है। जिला अस्पतालों के ब्लड बैंकों में अक्सर 10 यूनिट खून भी नहीं रहता। ब्लड बैंक में खून की किल्लत न हो, इसके लिए बरेली के आईएमए ब्लड बैंक ने पहल की है। ब्लड बैंक अब स्वेच्छा से रक्तदान करने वाले लोगों के एकाउंट खोलेगा। एकाउंट खोलने के बाद बैंक रक्तदान को एक नंबर जारी कर देगा। रक्तदान के तीन महीने गुजरने के बाद बैंक रक्तदान के मोबाइल पर एसएमएस भेजने के साथ ही उसे कॉल करके बताएगा कि अब वह दुबारा रक्तदान कर सकता है।
10 से अधिक डोनर होने पर घर जाएगा मोबाइल ब्लड बैंक
शहर की किसी कालोनी या मोहल्ले में 10 से अधिक डोनर होने पर आईएमए का मोबाइल ब्लड बैंक खुद वहां पहुंच जाएगा। आईएमए ने कुछ महीने पहले इसके लिए मोबाइल ब्लड बैंक खरीदा है। यह प्रदेश में किसी प्राइवेट संस्था का पहला ब्लड बैंक है।
जरूरत पड़ने पर किसी को भी दे सकेंगे खून
आईएमए में ब्लड बैंक एकाउंट खुलवाने वाले लोग जरूरत पड़ने पर अपने किसी रिश्तेदार या दोस्त को खून दे सकेंगे। इसके लिए उन्हें ब्लड बैंक में बस एक फोन करना होगा। आईएमए अध्यक्ष डॉ. रवीश अग्रवाल ने बताया कि लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक करने को आईएमए ने यह पहल की है। आईएमए ब्लड बैंक की अध्यक्ष डॉ. अंजू उप्पल ने बताया कि अधिक से अधिक लोग आगे आएं इसके लिए स्कूल-कालेजों के साथ सामाजिक संगठनों के के कार्यक्रमों में भी रक्तदान को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। रक्तदान का एक फायदा यह भी है कि रक्तदाता के खून की निशुल्क जांच हो जाती है।