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Hindi Newsब्रज में ओलों और आंधी-तूफान से चौतरफा नुकसान

ब्रज में ओलों और आंधी-तूफान से चौतरफा नुकसान

कुदरत का कहर जारी है। दम तोड़ते किसानों पर एक बार फिर ओलों और आंधी-तूफान के रूप में भारी नुकसान बरसा। गुरुवार देर रात आई आंधी से विशाल पेड़ों से लेकर पक्की दीवारें,  कुछ भी नहीं बच सका तो...

ब्रज में ओलों और आंधी-तूफान से चौतरफा नुकसान
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 03 Apr 2015 11:47 PM
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कुदरत का कहर जारी है। दम तोड़ते किसानों पर एक बार फिर ओलों और आंधी-तूफान के रूप में भारी नुकसान बरसा। गुरुवार देर रात आई आंधी से विशाल पेड़ों से लेकर पक्की दीवारें,  कुछ भी नहीं बच सका तो शुक्रवार को दोपहर बाद तड़ातड़ पड़े बड़े-बड़े ओलों ने सैकड़ों लोगों को गंभीर चोट पहुंचाई। मथुरा और हाथरस में इनसे सैकड़ों गाड़ियों के शीशे टूट गए। तूफान के चलते हुए हादसों और बर्बादी देख 11 लोगों और सैकड़ों पशु-पक्षियों की जान गई है। उधर एटा-कासगंज, मैनपुरी, फिरोजाबाद, मथुरा, आगरा, हाथरस, अलीगढ़ सभी जगह कुदरत ने फसल के नुकसान की भयावह पटकथा लिखी है। प्रशासन जो अनुमान लगाएगा वो दूर की बात है, लेकिन आंखों देखी नुकसान करोड़ों से कम की कहानी नहीं कह रहा।

एटा-कासगंज में गुरुवार देर रात हुई बारिश और ओलों ने गेहूं की खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुंचाया। जलेसर में ओलावृष्टि से किसान तबाह होने के कगार पर पहुंच गया है। तेज हवाओं से विद्युत पोल, तार, पेड़, होर्डिग्स, टूट गये हैं। झोपड़ियों पर रखे छप्पर गायब हो गये। अलीगढ़ के गोंडा क्षेत्र के गांव नगला माधौ निवासी नवाब सिंह (69वर्ष) को 30 बीघा गेहूं के नुकसान से चिंता के चलते खेत पर ही हार्ट अटैक पड़ा और वहीं उनकी मौत हो गई।

मैनपुरी में आंधी और बारिश से फसल जमीन में बिछ गयी। आंधी से ढही दीवार और गिरे छप्पर के नीचे दबकर दो लोगों की मौत हो गई। आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। बरनाहल में फसल की बर्बादी देख एक किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी। वहीं एक किसान की सदमे से मौत हो गई। यहां बिजली विभाग को भी 50 लाख का झटका लगा है। सैकड़ों पोल और पेड़ उखड़ गए हैं। लाइनें टूटकर जमीन पर आ गिर गईं हैं। कई ट्रांसफार्मर फुंक गए हैं।

फिरोजाबाद में तेज आंधी से खेतों में रखी फसल,  झोपड़ी आदि उड़ गई। शहर में टीनशेड उड़े और बैनर-होर्डिंग्स फट गए। वहीं शिकोहाबाद के स्टेशन रोड पर वर्षों पुराना पेड़ गिरने से घंटों मार्ग बाधित रहा। खैरगढ़ में मकान की दीवार गिरने से पशु और ग्रामीण घायल हो गए। टूंडला में ऑफीसर्स कॉलोनी में सहायक सुरक्षा आयुक्त रेलवे राधेश्याम मौर्य के घर में खड़ा सूखा पेड़ गिर गया। नारखी में बिजली का तार टूटने से एक किसान की गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।

मथुरा में शुक्रवार को दोपहर बाद वृन्दावन और बरसाना के आसपास बरसात के साथ बड़े-बड़े ओले गिरे। पार्किंग में खड़ी तीर्थयात्रियों की सैकड़ों गाड़ियों के शीशे टूट गए। नंदगांव में कई मोरों की मौत हो गई। छाता तहसील के गांव बडाह में किसान नशीर (65वर्ष) की खेत में खड़ी फसल में पानी भरा देख मौत हो गई। चौमुहां के गांव थौक जुझार में बुद्धि पत्नी नारायण ओलावृष्टि देख सदमे में आ गई। उसकी हालत गंभीर है। वहीं राया के गांव कोयल में 55 वर्षीय गायत्री देवी को सदमा लग गया जिससे उसकी मौत हो गई। मौसम की करवट से बिजली आपूर्ति को तगड़ा झटका लगा है। सैकड़ों गांवों की बिजली रातभर बंद रही।

आगरा के बाह में गुरुवार रात करीब दो बजे आई आंधी से सैकड़ों पेड़ धराशायी हो गए। डेरक बघेलपुरा गांव के बीच आम का पेड़ उखड़कर गिरने से दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। शमसाबाद के ग्राम ऊंचा में गुरुवार रात आई आंधी से दीवार टूट कर गिर गई। इसमें एक दर्जन मजदूर घायल हो गये। इनको बरौली अहीर स्थित जीआर अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने नाथूराम पुत्र चोखर निवासी  (पोहा थाना निवासी टीकमगढ़) को मृत घोषित कर दिया। उसके भाई मुल्लम और भतीजे राकेश की हालत गम्भीर बनी हुई है। वहीं एत्मादपुर के ग्राम सुरैरा में खेत पर सो रहे छात्र के ऊपर पेड़ गिर गया। उसकी मौत हो गई। थाना अछनेरा के गांव महुअर निवासी मुंशी पुत्र होती लाल का मकान गुरुवार रात को तेज आंधी व बारिश के कारण गिर गया। इसमें मुंशी गंभीर रूप से घायल हो गया।

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