अक्तूबर में ही दौड़ने लगेगी लखनऊ मेट्रो
राजधानी में अब मेट्रो अपने निर्धारित समय से दो महीने पहले अक्तूबर में ही दौड़ने लगेगी। शुक्रवार को राजधानी पहुंचे लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रधान सलाहकार ई श्रीधरन ने इसकी जानकारी दी। मेट्रो...
राजधानी में अब मेट्रो अपने निर्धारित समय से दो महीने पहले अक्तूबर में ही दौड़ने लगेगी। शुक्रवार को राजधानी पहुंचे लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रधान सलाहकार ई श्रीधरन ने इसकी जानकारी दी।
मेट्रो के निर्माण कार्यों का जायजा लेने के बाद उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो का काम निर्धारित शेड्यूल से आगे चल रहा है। मेट्रो का कोच-इंजन सितम्बर में आ जाएगा। इसके ठीक एक महीने बाद अक्तूर के अंत तक या फिर नवम्बर में मेट्रो का ट्रायल रन शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मेट्रो के भूमिगत स्टेशनों का निर्माण अप्रैल से शुरू करा दिया जाएगा।
शासन ने इस वर्ष दिसम्बर में मेट्रो दौड़ाने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। लेकिन अब मेट्रो को दो महीने पहले अक्तूबर में ही दौड़ाने की कवायद की जा रही है। इसके काम की प्रगति को देखते हुए मेट्रो के प्रधानसलाहकार ने इसे अक्तूबर में ही चलाने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को राजधानी पहुंचे श्रीधरन ने मेट्रो के अधिकारियों के साथ पूरे दिन प्रोजेक्ट की समीक्षा की। अधिकारियों से एक एक विन्दु पर प्रगति रिपोर्ट ली। मुख्य सचिव से भी मिले तथा उन्हें भी मेट्रो की ताजा प्रगति से भी रूबरू कराया।
बाद में पत्रकारों से बातचीत में श्रीधरन ने कहा कि मेट्रो का कोच अप्रैल में बनना शुरू हो जाएगा। सितम्बर में कोच हरहाल में आ जाएगा। इसके बाद ट्रायल रन शुरू कराने में करीब एक महीने का वक्त लगेगा। अक्तूबर में ट्रायल रन शुरू करा दिया जाएगा। ट्रायल करीब तीन महीने तक चलेगा। इसके बाद जनता के लिए इसे शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भूमिगत स्टेशनों के निर्माण के लिए टेण्डर करा दिया गया है।
इसके लिए जो कम्पनियां आयी हैं उनका तकनीकी व वित्तीय परीक्षण कराया जा रहा है। मार्च के अंत या फिर अप्रैल के पहले सप्ताह में योग्य कम्पनी को वर्क आर्डर दे दिया जाएगा। इसके बाद मई व जून के बीच अण्डरग्राउण्ड सेक्शन का भी निर्माण शुरू हो जाएगा। उन्होंने के मेट्रो के ऑपरेशन व मेंटीनेंस के लिए भी स्टाफ की भर्ती की जा रही है। इसमें कुछ अनुभवी लोगों को लिया जा रहा तथा कुछ नए लोगों को भी मौका दिया गया है। नए लोगों को लखनऊ मेट्रो के डिपो में बने ट्रेनिंग सेन्टर में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। साथ ही दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन में भी उनकी ट्रेनिंग करायी जाएगी।
डिपो का निरीक्षण किया, काफी एडवांस मिला काम
मेट्रो मैन ई.श्रीधरन ने कानपुर रोड 32 वीं वाहिनी पीएसी में बन रहे मेट्रो के डिपो का भी निरीक्षण किया। डिपो का काम काफी तेज चलता मिला। यहां का काम काफी एडवांस स्टेज में पहुंच गया है। डिपो के अन्दर ट्रैक बिछाने का काम भी तेजी से चल रहा है। श्रीधरन ने कहा कि लखनऊ मेट्रो का डिपो काफी अच्छा बन रहा है। यह कई शहरों से अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि डिपो भी समय से पहले बनकर तैयार हो जाएगा।
सितम्बर से पहले बन जाएगा मवैया में विशेष पुल
मवैया में मेट्रो के लिए विशेष पुल बनाया जा रहा है। यह पुल मवैया में रेलवे लाइन के ऊपर से बनाया जा रहा है। यहां नीचे ट्रैफिक चलता है। इसके ऊपर रेलवे लाइन है। ट्रेनें चलाने के लिए बिजली की लाइनें हैं। इन बिजली की लाइनों का हटाने की बजाय इसी के ऊपर से नया विशेष पुल बनाया जा रहा है। श्रीधरन ने कहा कि यह पुल भी सितम्बर तक हरहाल में बनकर तैयार हो जाएगा।
सुरक्षा राज्य सरकार के जिम्मे
लखनऊ मेट्रो की सुरक्षा राज्य सरकार के जिम्मे रहेगी। देश के तमाम शहरों में मेट्रो की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ के पास है। लेकिन लखनऊ मेट्रोे की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसके पास रहेगी यह राज्य सरकार तय करेगी। राज्य सरकार इसकी जिम्मेदारी यूपी पुलिस को दे या फिर किसी दूसरी एजेन्सी को यह वहीं तय करेगी।
फरवरी को शासन को सौंपेंगे वाराणसी मेट्रो का डीपीआर
लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन 29 फरवरी को वाराणसी मेट्रो का डीपीआर प्रदेश सरकार को सौंपेगी। वाराणसी का डीपीआर लगभग तैयार हो गया है। श्रीधरन ने बताया कि इसे 29 फरवरी को शासन के पास मंजूरी के लिए भेज दिया जाएगा। कानपुर मेट्रो का डीपीआर पहले ही शासन को भेजा जा चुका है।
लखनऊ से कानपुर के बीच रैपिड ट्रेन की उपयोगिता बतायी
मेट्रो मैन ई श्रीधरन ने लखनऊ से कानपुर के बीच रैपिड ट्रेन चलाने की उपयोगिता बतायी। उन्होंने कहा कि इतनी दूरी के लिए मेट्रो नहीं चलायी जा सकती है। इसके लिए रैपिड ट्रेन चलाना बेहतर होगा। रैपिड ट्रेन चलाने का काम रेलवे का है। इसके लिए रेलवे को काम करना होगा। मेट्रो जरुरी सहयोग करेगा। उधर दूसरी तरफ प्रदेश सरकार ने लखनऊ से कानपुर के लिए रैपिड ट्रेन चलाने का प्रस्ताव तैयार करने के लिए लखनऊ मेट्रो को निर्देशित किया है।