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पेमेंट हड़पने में अब यूरोप अव्वल

निर्यातकों को ग्राहकों के पेमेंट का सुरक्षा कवर देने वाले भारतीय निर्यात ऋण गारंटी निगम (ईसीजीसी) में क्लेम के आवेदनों ने कुछ ऐसा ही रुझान दर्शाया है। एक अप्रैल से शुरू हुए वर्तमान वित्तीय वर्ष के...

पेमेंट हड़पने में अब यूरोप अव्वल
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 28 Jun 2016 11:10 PM
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निर्यातकों को ग्राहकों के पेमेंट का सुरक्षा कवर देने वाले भारतीय निर्यात ऋण गारंटी निगम (ईसीजीसी) में क्लेम के आवेदनों ने कुछ ऐसा ही रुझान दर्शाया है। एक अप्रैल से शुरू हुए वर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान अब तक एक दर्जन से ज्यादा क्लेम के आवेदन आ चुके हैं। इनमें निर्यातकों ने बायर्स की तरफ से पेमेंट हड़प लेने की जानकारी दी है। खास बात ये है कि पेमेंट हड़पने में अमेरिका और यूरोप के ग्राहक बराबरी पर आ गए हैं।

पिछले कुछ साल के दौरान ईसीजीसी में ज्यादातर क्लेम में अमेरिका के ग्राहकों द्वारा पेमेंट नहीं देने की हकीकत ही सामने आई है। मगर, इस बार शुरुआत में ही यूरोप के भी बायर्स के नाम क्लेम लिस्ट में आने और दूसरी तरफ, ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन से अलग होने के नतीजे में यूरोप के बायर्स की तरफ से पेमेंट हड़पने के मामले बढ़ने का अंदेशा लगाया जा रहा है।

यह सही है कि बायर्स द्वारा निर्यातकों के पेमेंट रोक देने के मामले अब तकरीबन सभी देशों के नाम से दर्ज होने लगे हैं। एक समय में, अमेरिकी ग्राहकों द्वारा पेमेंट रोक देने के केस सबसे ज्यादा होते थे। ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन से अलग होने के बाद हम स्थितियों पर नजर रखे हुए हैं। जिन बायर्स के नाम पेमेंट क्लेम में आते हैं उन्हें ब्लैक लिस्टेड भी कर देने की व्यवस्था है।

प्रदीप कुमार, ब्रांच मैनेजर, ईसीजीसी

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