भारतीय मुस्लिमों की वजह से नहीं पनप सकता आईएस: राजनाथ
केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि दुनिया के अन्य देशों में आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों का संकट हो सकता है मगर भारत में उसका वर्चस्व कभी नहीं हो सकता। इसकी वजह इस देश के जागरूक और इंसाफ...

केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि दुनिया के अन्य देशों में आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों का संकट हो सकता है मगर भारत में उसका वर्चस्व कभी नहीं हो सकता। इसकी वजह इस देश के जागरूक और इंसाफ पसंद मुसलमान हैं। इसी देश में इमामों ने आईएस के खिलाफ जुलूस निकाला।
सिंह ने कहा कि यहां अगर कोई बच्चा सिरफिरा हो जाता है और वह आईएस में शामिल होने की जिद करता है तो उसे परिवार के लोग ही रोकते हैं, जो मुस्लिम होते हैं। राजनाथ सिंह ने यह बातें रविवार को यहां साइंटिफिक कन्वेंशन सेण्टर में तालीम की ताकत विषय पर आयोजित सम्मेलन में कहीं।
उन्होंने कहा कि आतकंवाद और माओवाद का खामियाजा बहुतों को भुगतना पड़ रहा है। इन सबसे निजात तालीम ही दिला सकती है, मगर तालीम का मतलब सिर्फ अक्षरज्ञान या किसी एक विषय की जानकारी ही नहीं हो सकती बल्कि तालीम का मतलब जीवन के शाश्वत मूल्यों को अपनाना होता है।
मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के चांसलर जफर सरेशवाला की अगुवाई में हुए इस परिसंवाद में उन्होंने कहा कि उग्रवादियों और माओवादियों के संगठनों में बहुत पढ़े लिखे लोग भी शामिल हैं मगर उनकी ऐसी शिक्षा का क्या हासिल हो रहा है? उन्होंने कहा कि तालीम इंसान को वह ताकत देती है कि वह मौके और मुकद्दर को मोहताज न रहे।
इस परिसंवाद में मुम्बई विश्वविद्यालय के उपकुलपति संजय देशमुख, एक्जिम बैंक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक यदुवेन्द्र माथुर, दारूल उलूम देवबंद की हुज्जुतुम इस्लाम एकेडमी के निदेशक मोहम्मद शाकिब कासमी,एनसीईआरटी के पूर्व निदेशक जे.एस.राजपूत आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।