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वन रैंक वन पेंशन के नाम पर झुनझुना

पूर्व सैनिक अपनी शक्ति को पहचानें और उसे मूर्तरूप दें। हमारी शक्ति इतनी है कि सरकार को बदल सकते हैं। वर्तमान सरकार भी सैनिकों के वोटों की शक्ति का परिणाम है। वन रैंक वन पेंशन के नाम पर सरकार ने हमें...

वन रैंक वन पेंशन के नाम पर झुनझुना
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 13 Mar 2016 09:41 PM
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पूर्व सैनिक अपनी शक्ति को पहचानें और उसे मूर्तरूप दें। हमारी शक्ति इतनी है कि सरकार को बदल सकते हैं। वर्तमान सरकार भी सैनिकों के वोटों की शक्ति का परिणाम है। वन रैंक वन पेंशन के नाम पर सरकार ने हमें सिर्फ झुनझुना दिया है। हम अपना हक लेने के लिए संघर्ष करते रहेंगे। ये बातें भारतीय पूर्व सैनिक मूवमेंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व रिटायर मेजर जनरल सतवीर सिंह ने कहीं।

वह रविवार को कैंटोमेंट स्थित मल्टीपरपज ग्राउंड पर पूर्व सैनिकों के पुनर्मिलन सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार सैनिकों के प्रति उपेक्षापूर्ण व्यवहार को बंद करे। सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। सीएसडी कैंटीन और ईसीएचएस में काफी खामियां है। रक्षा मंत्रालय इसे दूर करे। स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ सैनिकों को नहीं मिल पा रहा है। अस्पतालों में तैनात डाॠक्टर पूर्व सैनिकों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। जब तक हमारा सम्मान नहीं वापस मिलता है, संघर्ष जारी रहेगा।

रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाये सरकार
कर्नल चंद्रदेव मिश्रा ने कहा कि 80 प्रतिशत जवानों को 35 से 45 साल के बीच  रिटायर कर दिया जाता है। इसके बाद उनके जीवन यापन के लिए कोई आधार नहीं होता है। ज्यादातर सैनिक रिटायर होने के बाद कर्ज के बोझ से दब जाते हैं। सैनिकों की यह स्थिति न हो, इसके लिए सरकार को रिटायरमेंट की उम्र बढ़ानी होगी ताकि उनको किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

मौसम पर भारी पूर्व सैनिकों का हौसला
मल्टीपरपज ग्राउंड में हुए सम्मेलन में कहने के लिए इसमें सभी रिटायर सैनिक शामिल थे पर उनके हौसले मौसम पर भारी थे। सम्मेलन में सुरक्षा के लिए पुलिस के जवान तैनात किये गये थे। खुले मैदान में सम्मेलन चल रहा था। दोपहर में तेज बारिश होने लगी। तब पुलिस के जवान छांव तलाशने लगे पर कोई भी सैनिक अपनी कुर्सी से नहीं हिला। बारिश के बीच सम्मलेन जारी रहा।

होली मिलन की बेला...जनरल संग झूमे सैनिक
सम्मेलन में देश भक्ति गीत और लोक गीतों की प्रस्तुति भी बीच बीच में होती रही। एक रिटायर सैनिक ने जैसे ही आई होली मिलन की बेला... गीत गुनगुना शुरू किया तो मेजर जनरल सतवीर सिंह ने ताली बजाकर साथ दिया। ताली बजाते-बजाते वह खड़े होकर झूमने लगे। यह देख सैनिक भी अपनी कुर्सियां छोड़ झूमने लगे। सम्मेलन में सतीश फौजी, कामेश्वर पाण्डेय, पुष्पेंद्र सिंह, एसएन सिंह, दीपक मिश्रा, डीएन यादव सहित कई लोग मौजूद थे।

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