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नाइंसाफी: 2 साल से मायके में रह रही महिला को पति ने तीन तलाक दिया

तीन तलाक को लेकर अलीगढ़ के जमालपुर हमदर्द नगर-ए में जमकर हाई वोल्टेज ड्रामा रहा। दो साल से मायके रह रही बहू को उसके ससुराल वालों ने घर में प्रवेश करने नहीं दिया। वह मंगलवार को चार वर्षीय बेटी को लेकर...

नाइंसाफी: 2 साल से मायके में रह रही महिला को पति ने तीन तलाक दिया
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 13 Apr 2017 11:58 AM
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तीन तलाक को लेकर अलीगढ़ के जमालपुर हमदर्द नगर-ए में जमकर हाई वोल्टेज ड्रामा रहा। दो साल से मायके रह रही बहू को उसके ससुराल वालों ने घर में प्रवेश करने नहीं दिया। वह मंगलवार को चार वर्षीय बेटी को लेकर परिवार के साथ पहुंची तो भी यही रवैया रहा। ससुराल वाले अंदर से गेट में ताला डाले बैठे रहे। तीन घंटे चले हंगामे पर पुलिस पहुंची तो ससुराल पक्ष ने महिलाओं से कह दिया कि इसका पति इसे तीन तलाक दे चुका है।

सिविल लाइंस थाने में पुलिस ने दोनो पक्षों को सामने बैठाकर सुलह करानी चाही। थाने में महिला को पति ने साफ कह दिया कि वह उसे साथ नहीं रखेगा। उसने बताया कि वह उसे तलाक दे चुका है। बुलंदशहर की सिकंदराबाद तहसील के गांव कोंडू बंचावली की रहने वाली रेहाना बेगम (30) की शादी तीन मार्च 2012 को जमालपुर हमदर्द नगर-ए में हुई थी। 16 दिसंबर 2012 को रेहाना ने बेटी किंजा उर्फ मुनाज को जन्म दिया।

ऐसे हुई थी शादी

रेहाना को दो साल पहले फरवरी में उसके भाई कुछ दिन के लिए मायके बुला कर ले गए थे। तब से उसका पति उसे लेने नहीं आया। रेहाना ने कई बार ले जाने को फोन किया तो आज-कल करके टालते रहे। बकौल रेहाना तब से अब तक 10-12 बार वह पति के घर आ चुकी है। ससुरालीजन अंदर से गेट बंद करके बैठे रहते हैं। उसे घर में घुसने ही नहीं देते।

रेहाना तीन दिन पहले ससुराल आई तो भी यही रवैया रहा। मंगलवार को रेहाना पिता सगीर अहमद, मां जैतून बेगम, ताऊ सद्दीक अहमद, चाचा रसीद अहमद, भाई इमरान समेत कई रिश्तेदार और गांव के करीब 50 लोगों के साथ सुबह करीब 11 बजे फिर से ससुराल पहुंच गई। गेट खटखटाया तो ससुरालवालों ने नहीं खोला। उल्टा अंदर गेट में जंजीरें जकड़ कर ताला लगा दिया। रेहाना और उसके परिजन भी उसकी ससुराल के गेट पर बैठ गए।

थोडी ही देर में हंगामा शुरू हो गया, रेहाना ने आरोप लगाया कि उसका पति दूसरी शादी रचाने के लिए उसे छोड़ना चाह रहा है। यह आरोप भी लगाया कि ससुराल वाले देहज मांगते हैं। अब तक 40 लाख रुपये खर्च करा लिए। करीब एक बजे तक वह सभी गेट पर डटे रहे। इसी बीच लैपर्ड पहुंची। लैपर्ड के सिपाही नकुल सांगवान ने मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी देकर रेहाना और उसके परिवार वालों को गेट से हटने को कहा।

इसपर मामाला भड़क गया और हंगामा बढ़ गया। यह कहते हुए कि उसके ससुरालवालों पर कार्रवाई की बजाय पुलिस उन्हें ही धमका रही है। फिर रेहाना आपा खो बैठी। उसने गेट को जोर-जोर से हिलाना शुरु कर दिया। बड़ी देर बाद मुंह कपड़े से ढांक कर दो महिलाएं बालकनी में आईं। इसमें से एक महिला बार-बार रेहाना के परिवार वालों को चप्पल दिखाती रही। दूसरी यह कह गई कि रेहाना को उसका पति तलाक दे चुका है।

फिर जमालपुर चौकी के एसआई अहमद हसन आए। मामला बढ़ते देख सिविल लाइंस थाने से पुलिस आ गई। पहले पुलिस थाने में चलकर बात करने का दबाव रेहाना के परिवार पर बनाती रही। यह कहकर कि इस बारे में वह तब तक कोई बात नहीं करेगी, जब तक लिखित में कुछ न आ जाए। इस मामले में शुरू से धर्म जागरण समन्वय के महानगर संयोजक सौरभ सिंह और वतन भारद्वाज रेहाना के साथ थे।

उन्होंने जब पुलिस से कहा कि ससुराल के किसी व्यक्ति को बुलाया जाए तो सिविल लाइंस थाने के इंस्पेक्टर ने ससुराल पक्ष से किसी को बाहर आने को कहा। वही दोनों महिलाएं बालकोनी में आईं। पुलिस ने गेट खोलने को कहा, पर उन्होंने नहीं खोला। फिर पुलिस ने दोनों को कहा कि रेहाना के पती को थाने भेजें, जिस पर वह मान गई। करीब तीन बजे पुलिस के साथ रेहाना और उसके परिजन थाने गए। वहां रेहाना का पति और उसके पिता आए।

दोनों पक्षों की एक कमरे में बातचीत हुई। रेहाना ने पुलिस के सामने कहा कि वह अपने पति के घर रहना चाहती है। मोहल्ले में इन्होंने कह रखा है कि तलाक दे दिया। चार महीने पहले जब वह आई थी तो भी इन्होंने तलाक देने की बात कह कर लौटा दिया। रेहाना के पति ने भी कह दिया कि वह उसके साथ जिंदगी की गाड़ी आगे नहीं चला सकता। उनके विचार नहीं मिलते। वह तलाक दे चुका है। अब रेहाना और उसके परिजन कोर्ट का रूख करेंगे।

बहुविवाह से भी जुड़ रहा मामला

रेहाना ने हंगामे के दौरान पति पर आरोप लगाया कि वह दूसरी शादी करने के लिए पूरा ढोंग रच रहे हैं। रेहाना ने बताया कि वह जब भी पति को ले जाने के लिए फोन करती थी तो वह एक ही बात कहता था कि वह दूसरी शादी करेगा। उसके साथ नहीं रहना। बाद में पति ने मोबाइल नंबर भी बदल लिए। मजबूरन यहां आना पड़ता था।

रेहाना ने कहा, दो साल पहले फरवरी में भाई बुलाकर ले गए थे। तब से मायके में ही बेटी के साथ रह रही हूं। मेरे पति मुझे लेने नहीं आए। कई बार फोन किया, सो टालते रहे। 10-12 बार मैं कभी पिता, तो कभी भाई के साथ आई। ससुरालवालों ने गेट नहीं खोला। मोहल्ले वालों से पता चला कि मेरे पति मुझे तलाक दे चुके हैं। लेकिन, मुझे कभी किसी के सामने तलाक नहीं दिया। अगर अब वह मुझे तलाक दे देंगे तो मेरा क्या होगा। मेरे पति मुझे मारते थे, मैं सहती रही।

सुनील कुमार वर्मा ने कहा, रेहाना ने पति पर आरोप लगाए हैं और कहा है कि वह और उसका परिवार पैसा मांगता था। मारता पीटता भी था। दो साल से उसे नहीं रख रहा था। दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने की कोशिश की गई, लेकिन सुलह नहीं हो पाई। उसके पति ने रेहाना को रखने से साफ मना कर दिया। तलाक देने की बात भी उसने कही।

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