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सलाह: योग में श्लोक की बजाय ‘अल्लाह’ बोल सकते हैं मुस्लिम

विश्व योग दिवस पर विवाद से बचने के लिए केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि योग के दौरान श्लोक पढ़ना अनिवार्य नहीं है, मुस्लिम चाहें तो ‘अल्लाह’ का नाम ले सकते हैं। आयुष मंत्रालय के मंत्री...

सलाह: योग में श्लोक की बजाय ‘अल्लाह’ बोल सकते हैं मुस्लिम
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 12 Jun 2015 01:16 AM
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विश्व योग दिवस पर विवाद से बचने के लिए केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि योग के दौरान श्लोक पढ़ना अनिवार्य नहीं है, मुस्लिम चाहें तो ‘अल्लाह’ का नाम ले सकते हैं। आयुष मंत्रालय के मंत्री श्रीपद नाइक ने यह बात कही।

इससे पहले भी केंद्र सरकार ने योग के निर्धारित कार्यक्रम से सूर्य नमस्कार को हटा दिया था। सरकार ने मुस्लिमों से अपील की है कि वे 21 जून को होने वाले इस कार्यक्रम में शामिल हों।

नाइक ने कहा, ‘श्लोक केवल प्रार्थनाएं हैं, लेकिन ये अनिवार्य नहीं हैं। हमने कुछ भी अनिवार्य नहीं किया है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भी शिक्षण संस्थाओं से केवल अपील की है। कुछ लोग राजनीतिक वजहों से इसका विरोध कर रहे हैं।

योग गौरव का विषय है। यह लोगों को जोड़ता है और स्वस्थ रहने के लिए किया जाता है। लोग स्वस्थ नहीं होंगे, तो कोई विकास नहीं होगा।’ गुरुवार को नाइक से मुलाकात करने वाले कुछ मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी कहा कि योग का विरोध कर रहे लोग मानवता के दुश्मन हैं। योग का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। नाइक ने कहा, हमने विवाद से बचने के लिए सूर्य नमस्कार को शामिल नहीं किया है।

 

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