भारत-बांग्लादेश सीमा विवाद खत्म
भारत-बांग्लादेश ने शनिवार को 41 साल पुराना अपना सीमा विवाद (भूमि सीमा समझौता) सुलझा लिया। दो दिवसीय यात्रा पर ढाका पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी और बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना की अगुवाई में इस दौरान...
भारत-बांग्लादेश ने शनिवार को 41 साल पुराना अपना सीमा विवाद (भूमि सीमा समझौता) सुलझा लिया। दो दिवसीय यात्रा पर ढाका पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी और बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना की अगुवाई में इस दौरान 22 समझौते हुए। इनसे दोनों देशों को तस्करी, उग्रवाद और जाली नोटों का कारोबार रोकने में और व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी।
दोनों पक्षों ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की उपस्थिति में भूमि सीमा समझौते से जुड़े दस्तावेजों का आदान प्रदान किया। इसे पिछले माह भारत की संसद ने सर्वसम्मति से पारित किया था। इस मामले को लेकर मोदी ने ट्वीट किया, ‘भूमि समझौते को मंजूरी संबंधी दस्तावेज के आदान-प्रदान से इतिहास रचा गया।’
इस दौरान मोदी ने भारत की राज्य सरकारों की मदद से तीस्ता और फेनी नदी जल बंटवारे का उचित समाधान निकलने पर विश्वास जताया। वहीं, शेख हसीना ने वादा किया कि आतंकवाद को जरा भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भारत को क्या फायदा
- सड़क, रेल, नदी, समुद्र, पेट्रोलियम लाइन और डिजिटल संपर्क बढ़ेगा
- सीमा पार से घुसपैठ रुक सकेगी
- बांग्लादेश की तरफ से तस्करी, उग्रवाद व अपराध रोका जा सकेगा
क्या लिया
51 गलियारों का स्वामित्व
500 एकड़ जमीन मिलेगी
14 हजार लोग इन क्षेत्रों में
क्या दिया
111 गलियारों का नियंत्रण
10 हजार एकड़ भूमि
34 हजार लोग इन इलाकों में