लापरवाही: संसद भवन के पास 10 साल से सुरक्षा प्रमाणपत्र नहीं
संसद भवन परिसर में रविवार को आग लगने के पीछे भारी लापरवाही भी एक कारण है। सूत्रों के मुताबिक, पिछले दस साल में दिल्ली अग्निशमन विभाग से संसद भवन को अनिवार्य सुरक्षा प्रमाणपत्र ही नहीं मिला है। साथ ही...
संसद भवन परिसर में रविवार को आग लगने के पीछे भारी लापरवाही भी एक कारण है। सूत्रों के मुताबिक, पिछले दस साल में दिल्ली अग्निशमन विभाग से संसद भवन को अनिवार्य सुरक्षा प्रमाणपत्र ही नहीं मिला है। साथ ही अतिक्रमण और अवैध निर्माण से संसद भवन में आग का खतरा और बढ़ा है।
संसद भवन में अस्थायी कार्यालय, संकरे निकास द्वार और सीढ़ियां अभी भी परेशानी खड़ी कर रहे हैं, इस कारण अग्निशमन विभाग ने सुरक्षा प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया है। आग की दो हालिया घटनाओं से सबक लेते हुए संसद परिसर की संपत्तियों की देखरेख करने वाला लोकसभा सचिवालय फायर सेफ्टी ऑडिट कराने पर विचार कर रहा है।
लोकसभा महासचिव अनूप मिश्रा ने सोमवार को कहा कि हमने मामले में जांच समिति बनाई है, जिसकी रिपोर्ट अगले कुछ दिनों में आ जाएगी। इसके बाद फायर सेफ्टी ऑडिट कराया जा सकता है। दरअसल, कोई भी सरकार रही हो, संसद परिसर में स्थान की कमी देखते हुए उसने संकरे और छोटे ढांचों के निर्माण को मंजूरी दी है।