उपद्रव करने वालों पर नरमी नहीं: राजनाथ
जम्मू-कश्मीर में जारी हिंसा के बीच केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को सुरक्षाबलों से स्पष्ट कहा कि उपद्रवियों और आतंकियों के साथ ढिलाई नहीं बरतें। लेकिन आम...
जम्मू-कश्मीर में जारी हिंसा के बीच केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को सुरक्षाबलों से स्पष्ट कहा कि उपद्रवियों और आतंकियों के साथ ढिलाई नहीं बरतें। लेकिन आम नागरिकों के साथ बर्ताव नरम होना चाहिए।
अलगाववादियों पर नजर: कश्मीर के हालात पर गृह मंत्री ने उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इसमें घाटी में जारी मौतों पर चिंता दिखी। राजनाथ ने स्पष्ट किया कि हिंसा का रास्ता अपनाने वालों के साथ नरमी नहीं बरती जाएगी। साथ ही अलगावादियों की हर हरकत पर पैनी नजर रखने को कहा है।
चौकसी बढ़ाने के निर्देश: सूत्रों के मुताबिक, राजनाथ ने बडगाम में हिंसा के बाद अन्य इलाकों में चौकसी बढ़ाने को कहा है। उन्होंने सुरक्षाबलों को हो रहे नुकसान को कम करने की रणनीति पर भी चर्चा की तथा उरी व पुंछ सेक्टर में घुसपैठ की जानकारी ली। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, गृह सचिव राजीव महर्षि, आईबी और रॉ प्रमुख सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
घुसपैठ की फिराक में आतंकी: खुफिया सूचना के मुताबिक सीमा पार से 60-70 आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं। सूत्रों ने बताया कि सुरक्षाबलों को सतर्क रहने, घुसपैठियों को देखते ही गोली मारने और कवर फायर की स्थिति में ठोस जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं।
आतंकी गुटों में बौखलाहट: सूत्रों ने बताया कि बलूचिस्तान और पीओके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद पाक समर्थित आतंकी गुट बौखला गए हैं। पाक एजेंसियों के निर्देश पर आतंकी अलगाववादियों की मदद से कश्मीर में माहौल बिगाड़ने की कोशिश में हैं। इसके अलावा आतंकी सुरक्षाबलों को भी निशाना बना रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार ने कुछ इलाकों में बीएसएफ बटालियन की संख्या बढ़ाने को कहा है।
आतंकवाद के खिलाफ आक्रामक नीति: सूत्रों ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सरकार आक्रामक रणनीति अपनाएगी। आतंकवाद को कुचलने के लिए हर संभव कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए सरकार सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाने को भी तैयार है।