मुंबई के 26/11 जैसे हमलों को रोकेगा ‘पेइस’
पूरे विश्व को झकझोर देने वाले मुंबई हमले के आरोपी पाकिस्तान से मछली पकड़ने वाली नाव में बैठकर आए थे। ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो इसलिए देश की दो लाख नावों में ‘पेइस’ (पायलट ऑटोमेटिक...
पूरे विश्व को झकझोर देने वाले मुंबई हमले के आरोपी पाकिस्तान से मछली पकड़ने वाली नाव में बैठकर आए थे। ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो इसलिए देश की दो लाख नावों में ‘पेइस’ (पायलट ऑटोमेटिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम) नामक डिवाइस लगाया जाएगा।
सफल परीक्षण : दीपस्तंभ और दीपपोत महानिदेशालय नोएडा ने इसका सफलतापूर्वक परीक्षण भी कर लिया है। इसके जरिए देश की समुद्री सीमा में चलने वाली सभी नावें नौसेना और तटरक्षक बल के राडार पर आ जाएंगी। पोत परिवहन मंत्रालय ने दीपस्तंभ निदेशालय को मुंबई हमले के बाद ऐसी प्रणाली विकसित करने को कहा था। इस ट्रांसपोंडर से नौका की लोकेशन, भारतीय समुद्र तट से नौका की दूरी की भी जानकारी हो सकेगी। आपातकाल में नौसेना से संपर्क के लिए एक इमरजेंसी बटन भी लगाया गया है।
पोरबंदर में वर्ष 2013 से जुलाई 2014 तक पायलट ट्रांसपोंडर का सफलतापूर्वक संचालन करने के बाद निदेशालय ने प्रस्ताव मंत्रालय को भेज दिया है।