हेल्थ इंश्योरेंस
हेल्थ इंश्योरेंस मुसीबत में आपको और आपके आश्रितों को आर्थिक सहायता देता है। इसलिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते समय कुछ बातों को जेहन में रखना चाहिए। जरूरत के अनुरूप : सबसे पहले यह जानकारी लें कि क्या...
हेल्थ इंश्योरेंस मुसीबत में आपको और आपके आश्रितों को आर्थिक सहायता देता है। इसलिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते समय कुछ बातों को जेहन में रखना चाहिए।
जरूरत के अनुरूप : सबसे पहले यह जानकारी लें कि क्या आपको हेल्थ इंश्योरेंस चाहिए। इस बात को भी आंक लें कि आपको कितनी कीमत के इंश्योरेंस कवर की आवश्यकता है। अगर गंभीर बीमारी के लिए इंश्योरेंस कवर लेने जा रहे हैं, तो पहले इस बात की तस्दीक कर लें कि कौन-कौन सी बीमारियों का इंश्योरेंस होता है।
पॉलिसी कवर : स्पिलिटिंग पॉलिसी लाभदायक होती है। जहां तक कीमत की बात है, परिवार के सबसे उम्रदराज सदस्य के लिए आप अलग से पॉलिसी ले सकते हैं। सामान्यत: सभी इंश्योरेंस कंपनियां आपके साथ, आपकी पत्नी, दो बच्चों को एक ही पॉलिसी में कवर करती है। वहीं कुछ पॉलिसी आश्रित माता-पिता को भी कवर करती है।
कीमत : पॉलिसी की कुल कवरेज कीमत का निर्धारण लोगों की संख्या जिनको आप पॉलिसी के माध्यम से कवर करना चाहते हैं, आपकी स्वास्थ्य सुरक्षा की गणना, साथ ही वर्तमान में विभिन्न स्रोतों से मिलने वाले कवरेज को ध्यान में रखकर होती है। साथ ही आपको सेकेंडरी कवर की कीमत को भी समझना काफी जरूरी है। आपके लिए यह बेहद आवश्यक है कि परिवार के साथ वाली पॉलिसी के साथ, इंडीविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी भी खरीदें। इस बात को ध्यान में रखें कि आपके संस्थान द्वारा की जाने वाली हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी तभी तक मान्य होती है, जब तक उस कंपनी से जुड़े होते हैं। कंपनी को छोड़ने के बाद टर्म बदल जाते हैं।