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डी कंपनी की बड़ी गलती का करें इंतजार

अंडरवर्ल्ड पर शिकंजा कसने की मुंबई पुलिस की थ्योरी रही है कि घर का भेदी ही लंका ढाता है। कई सालों तक मुंबई पुलिस इस पर अमल करती रही और इससे अंडरवर्ल्ड की हरकतों में काफी कमी आई। कई ऑपरेशन चलाए गए, कई...

डी कंपनी की बड़ी गलती का करें इंतजार
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 09 Sep 2015 09:18 PM
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अंडरवर्ल्ड पर शिकंजा कसने की मुंबई पुलिस की थ्योरी रही है कि घर का भेदी ही लंका ढाता है। कई सालों तक मुंबई पुलिस इस पर अमल करती रही और इससे अंडरवर्ल्ड की हरकतों में काफी कमी आई। कई ऑपरेशन चलाए गए, कई गुर्गे पकड़े गए। उस समय मुंबई पुलिस को खुफिया जानकारियां मिलती थीं। इसी तर्ज पर पूरे देश में सफलताएं हाथ लगी थीं। उनमें एक याकूब मेमन भी था। उसका भारत लाया जाना भारतीय खुफिया एजेंसी की बड़ी जीत थी।

याकूब ने कई जानकारियां दीं और वह दाऊद इब्राहिम के खिलाफ रास्ता दिखाने को तैयार भी था, लेकिन खुफिया एजेंसियां उन जानकारियों का लाभ नहीं उठा पाईं और याकूब मेमन को फांसी भी हो गई। इससे खुफिया सूत्रों को धक्का लगा है। उसकी फांसी के बाद से अंडरवर्ल्ड में यह कहा जाने लगा है कि क्या फांसी चढ़ने भारत आऊं? यानी 'अंडरवर्ल्ड के भेदियों' को भारत लाने का काम काफी मुश्किल हो गया है।

दाऊद इब्राहिम का सबसे महफूज ठिकाना पाकिस्तान है और ऐसा बताया जा रहा है कि वह आईएसआई की विशेष सुरक्षा में है। बीते दिनों जिस घर में उसके रहने का दावा किया गया, उसे रातों-रात पाकिस्तान सरकार ने बदल दिया। इससे यह साफ है कि दाऊद को भारत लाना है तो उसके रास्ते पाकिस्तान से ही  गुजरेंगे। शारजाह, दुबई जैसे खाड़ी शहरों में भी उसके ठिकाने बताए जाते हैं। हालांकि इन जगहों से भी उसे भारत लाना आसान नहीं है।

ऐसे में एक उम्मीद यह बचती है कि डी गैंग से कोई बड़ी गलती हो, जैसे कि दाऊद इब्राहिम किसी वैसे देश में पकड़ा जाए, जिसके साथ हमारी प्रत्यर्पण संधि है। इसमें कुछ शर्तें भी होती हैं। आज अगर संयुक्त अरब अमीरात दाऊद इब्राहिम की संपत्तियों और कंपनियों पर कार्रवाई को राजी है तो यह एक कूटनीतिक जीत है। इसका मतलब हुआ कि भारत दाऊद इब्राहिम को लाने के दूसरे रास्ते देख रहा है और शीर्ष स्तर पर कुछ तरकीब निकाली जा रही है।

अमेरिका की तरह बड़ा ऑपरेशन करने की हमारी ताकत नहीं है, न ही खुफिया एजेंसियों को बड़ी लीड हासिल है और पुलिस बनाम अंडरवर्ल्ड की लड़ाई अब है नहीं। फिलहाल हमारे पास हाथ मलने के सिवा कोई चारा नहीं है और हम पाकिस्तान को बस सबूत पर सबूत ही दे सकते हैं।

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