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सियासी समर में सीमित महिलाएं

यूपी के सियासी समर में राजनीतिक दलों ने विरोधियों को चारों खाने चित करने के लिए कई महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। जिन महिला प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है, उनमें कुछ नए चेहरे हैं, तो कुछ...

सियासी समर में सीमित महिलाएं
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 09 Feb 2017 12:44 AM
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यूपी के सियासी समर में राजनीतिक दलों ने विरोधियों को चारों खाने चित करने के लिए कई महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। जिन महिला प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है, उनमें कुछ नए चेहरे हैं, तो कुछ पुराने। सभी जी-जान से जीत के लिए जुटी हैं। हालांकि राजनीति में महिला प्रतिनिधत्वि की बात करें, तो पुरुषों की तुलना में 2017 में भी महिला उम्मीदवारों की संख्या बेहद कम है। पहले चरण की बात करें तो कुल 836 उम्मीदवारों में से 766 तो पुरुष हैं और सिर्फ 70 महिलाएं।  यानी महज 8.44 फीसदी महिला उम्मीदवार मैदान में हैं। 

गौतमबुद्धनगर में अब तक सिर्फ 10 
महिला प्रतिनिधित्व के मामले में गौतमबुद्धनगर बहुत ही पीछे छूटा दिखता है। इस जिले की तीन विधानसभा सीटों पर 1957 से 2017 तक सिर्फ  दस महिला प्रत्याशी भाग्य आजमाने उतरी हैं। इस बार के चुनावों में दो उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं में जिले की पहली मुस्लिम प्रत्याशी शकीला बेगम भी शामिल हैं। 1957 में सत्यवती देवी इस जिले की दादरी सीट पर जीत दर्ज करने वाली पहली महिला थी। हालांकि उस समय यह सीट बुलंदशहर जिले में आती थी। 

फिर से मैदान मारने की चुनौती  
कई महिला प्रत्याशी ऐसी भी हैं, जिनके सामने अपनी सीट को फिर से बचाने की चुनौती होगी। पूर्व सीएम हेमवंती नंदन बहुगुणा की बेटी रीता बहुगुणा वर्ष 2012 में लखनऊ  कैंट से पहली बार कांग्रेस से विधायक चुनी गई। इस बार वह भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। हालांकि उन्हें चुनौती देने के लिए सपा परिवार की ‘छोटी बहू’ अर्पणा यादव तैयार हैं। ऐसे में रीता के लिए गढ़ को बचाना आसान नहीं होगा। दो बार बिल्हौर से विधायक और अखिलेश सरकार में राज्य मंत्री रहीं अरुणा कोरी, रामपुर खास से पिता की विरासत संभालती अराधना मिश्रा, सिकंदराबाद से भाजपा विधायक विमला सोलंकी, पति राजू पाल की हत्या के बाद 2007 में राजनीति में आई पूजा पाल इस बार भी मैदान में  हैं। पूजा पाल दो बार से विधायक हैं। पिछली बार उन्होंने अतीक अहमद को हराया था।   

पहले चरण में महिलाएं
70 महिला प्रत्याशी कुल 836 में से
8.4 % महिला प्रत्याशी 91.6% पुरुष उम्मीदवार
583 महिलाओं ने पिछले चुनाव में भाग लिया था
35 महिलाएं विधानसभा तक पहुंची, 487 प्रत्याशियों की जमानत जब्त

स्वाति सिंह
सरोजिनीनगर से भाजपा प्रत्याशी
मायावती के खिलाफ टिप्पणी करने के बाद चर्चा में आए दयाशंकर की पत्नी
बसपा के खिलाफ मुखर स्वर
उत्तर प्रदेश महिला भाजपा की अध्यक्ष

अदिति सिंह
रायबरेली से कांग्रेस प्रत्याशी
पांच बार विधायक रहे अखिलेश सिंह की बेटी
विदेश से एमबीए  
भाजपा की अनीता श्रीवास्तव सामने 

ऋचा सिंह
इलाहाबाद पश्चिम से सपा उम्मीदवार
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष, पीएम के इलाहाबाद आगमन पर पत्र लिख चर्चा में आईं  
दो बार से विधायक पूजा पाल सामने 

निधि यादव
हंडिया से सपा उम्मीदवार, सपा एमएलसी वासुदेव यादव की पुत्री
मौजूदा विधायक प्रशांत सिंह का टिकट काटकर प्रत्याशी बनाया
अध्ययन के लिए यूपी से अमेरिका गए दल में भी थीं 

कहां से कितनी प्रत्याशी 
14 महिला प्रत्याशी पूर्वांचल (गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, चंदौली, मऊ, भदौही) के 10 जिलों की 61 सीटों पर।  
3 बसपा की वर्तमान महिला विधायकों में से सिर्फ एक को ही टिकट मिला इस बार।   

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