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नजूल भूमि पर कब्जा कर हो रहे निर्माण पर चला बुलडोजर

बगैर मानचित्र स्वीकृत कराए नजूल भूमि पर चल रहे निर्माण को प्रशासन ने जबरन ढहा दिया। बुलडोजर लगाकर पूरे निर्माण को ध्वस्त करा दिया गया। यह निर्माण शहर के हृदय स्थल जिला अपस्ताल के मेन गेट के सामने...

नजूल भूमि पर कब्जा कर हो रहे निर्माण पर चला बुलडोजर
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 24 Mar 2017 05:33 PM
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बगैर मानचित्र स्वीकृत कराए नजूल भूमि पर चल रहे निर्माण को प्रशासन ने जबरन ढहा दिया। बुलडोजर लगाकर पूरे निर्माण को ध्वस्त करा दिया गया। यह निर्माण शहर के हृदय स्थल जिला अपस्ताल के मेन गेट के सामने करीब एक पखवारे से हो रहा था। प्रशासन की मानें तो अवैध निर्माण पर रोक को नोटिस भी जारी की गई थी।

प्रदेश में सत्ता बदलने के साथ ही प्रशासन का ढर्रा भी अब बदला है। कल तक अवैध निर्माण को नोटिस में न लेने वाले प्रशासन का रवैया शुक्रवार को बदला रहा। जिला अस्पताल के सामने निर्माणाधीन मकान-दुकान के निर्माण को अवैध करार दिया। दोपहर में एसडीएम सदर ने पुलिस फोर्स और बुलडोजर के साथ पहुंच कर निर्माण पर बुलडोजर चलवा दिया।

दूसरी ओर दुकान निर्माण करा रहे हंसराज जयसवाल की मानें तो दुकान निर्माण के ध्वस्तीकरण की नोटिस तक नहीं जारी की गई थी। नियत प्राधिकारी विनियमित क्षेत्र कार्यालय में मामला विचाराधीन है। शुक्रवार को ही सुनवाई भी होनी थी।

एक पखवारे से हो रहा था निर्माण

कोतवाली नगर के पंजाबी मार्केट व जिला अस्पताल गेट सामने की सड़क की पटरी पर पारकींसगंज मोहल्ले में मकान नम्बर 61/4के नाम से हंसराज जायसवाल की मकान में दुकान है। भवन स्वामी लगभग एक पखवाड़े से दुकान का निर्माण करा रहा था। बिना मानचित्र स्वीकृत हुए इस निर्माण पर नियत प्राधिकारी विनियमित क्षेत्र की ओर से आरबीओ एक्ट के तहत नोटिस जारी की गई थी। वाद भी दर्ज किया गया था। फिर भी दो दिन पहले दुकान पर छत डाल दी गयी। इसकी शिकायत कुछ लोगों ने एसडीएम सदर सलिल कुमार पटेल से की। एसडीएम ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए शुक्रवार को सुबह जेसीबी से निर्माणाधीन भवन के निर्माण को ढहा दिया।

डीएम से मिले आक्रोशित व्यापारी

दुकान ढहाए जाने के विरोध में शुक्रवार को व्यापारी डीएम से मिले। व्यापारियों का कहना है कि दुकानदार हंसराज जर्जर दुकान की बिना किसी अतिक्रमण के मरम्मत करा रहा था। उप जिला मजिस्ट्रेट सदर ने बिना किसी पूर्व सूचना दिए ही जेसीबी से पूरा मकान ध्वस्त करा दिया। जिसमें भवन स्वामी को लगभग चार लाख रुपए का नुकसान हुआ। डीएम से मिलने वालों में वरिष्ठ भाजपा नेताव नपा चेयरमैन प्रवीन अग्रवाल, सुलतानपुर विधायक के पुत्र रूपेश सिंह, सुलतानपुर उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष रवीन्द्र त्रिपाठी, बलराम कसौंधन, अरविंद गुप्ता, उमेश सिंह, नवीन अग्रहरि और मंगल दास शामिल रहे।

नोटिस के बाद भी जारी था निर्माण: एसडीएम

एसडीएम सदर सलिल कुमार पटेल ने कहा कि बिना मानचित्र के नजूल भूमि पर निर्माण हो रहा था। काम रोकने के लिए नोटिस जारी किया गया था। नोटिस पर काम नहीं रोकने पर आरबीओ एक्ट में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई।

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