बनारस में मिनी सदन की बैठक में वंदे मातरम् गीत पर भिड़े पार्षद
मिनी सदन के बजट सत्र की बैठक में शनिवार को वंदेमातरम् गीत गाने पर पार्षद भिड़ गए। सपा पार्षदों ने मेयर के डॉयस के सामने पहुंचकर नारेबाजी भी की। विरोध जताया कि अभी तक यह हमारे परम्परा नहीं रही। इसलिए...
मिनी सदन के बजट सत्र की बैठक में शनिवार को वंदेमातरम् गीत गाने पर पार्षद भिड़ गए। सपा पार्षदों ने मेयर के डॉयस के सामने पहुंचकर नारेबाजी भी की। विरोध जताया कि अभी तक यह हमारे परम्परा नहीं रही। इसलिए इसके लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है।
विधानसभा चुनाव के बाद मिनी सदन की पहली बैठक दोपहर बारह बजे शुरू हुई। महापौर रामगोपाल मोहले ने औपचारिकता के तहत वंदेमातरम् गीत से बजट की बैठक शुरू करने के लिए कहा। इस पर सपा पार्षदों ने विरोध जताना शुरू कर दिया। सपा पार्षद असलम जावेद अंसारी के नेतृत्व में असलम खां, अरशद लड्डू, साजिद अंसारी, विजय जायसवाल, शंकर विश्नानी, रविकांत, दीनानाथ गुप्ता, सीताराम केशरी, अमरदेव यादव आदि ने विरोध जताना शुरू कर दिया। पार्षदों ने गीत गाने से इनकार करते हुए कहा कि अभी तक की किसी भी बैठक की शुरुआत वंदेमातरम् से नहीं होती रही। इसलिए इसके लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है। विरोध में पार्षद मेयर के सामने खड़े होकर नारेबाजी भी करने लगे। हालांकि हंगामे व नारेबाजी के बीच में वंदेमातरम् गीत से बजट सत्र की शुरुआत की गयी। वहीं भाजपा पार्षदों ने वंदेमातरम् का समर्थन करते हुए कहा कि यह राष्ट्रगीत है। हिंदुस्तान में रहने वाले प्रत्येक नागरिक को गाना चाहिए।
महापौर राम गोपाल मोहले ने बताया कि यह कार्यप्रणाली सदन के गरिमा के खिलाफ है। यह अनुशासनहीनता के भी दायरे में आता है। विरोध करने वाले पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पिछले कई बार भी सदन में वंदेमातरम् गाया गया है।
वहीं सपा पार्षद असलम जावेद अंसारी का कहना था कि वंदेमातरम् हमारे शरीयत में नहीं है। इस बात पर विरोध दर्ज किया है कि इसके लिए मुसलमानों को बाध्य नहीं किया जा सकता है। सदन की गरिमा का सम्मान करते हैं।