फोटो गैलरी

Hindi Newsएक मैच ने सब कुछ बदल दिया

एक मैच ने सब कुछ बदल दिया

पिताजी के जाने के बाद मुश्किलों का एक दूसरा दौर शुरू हुआ। मैंने लगभग मन बना लिया था कि क्रिकेट खेलना छोड़ दूंगा। परेशानी यह थी कि क्रिकेट के अलावा मुझे कुछ और आता नहीं था। एक ही रास्ता बचा था कि मैं...

एक मैच ने सब कुछ बदल दिया
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 26 Dec 2015 09:11 PM
ऐप पर पढ़ें

पिताजी के जाने के बाद मुश्किलों का एक दूसरा दौर शुरू हुआ। मैंने लगभग मन बना लिया था कि क्रिकेट खेलना छोड़ दूंगा। परेशानी यह थी कि क्रिकेट के अलावा मुझे कुछ और आता नहीं था। एक ही रास्ता बचा था कि मैं अपने दोस्तों की तरह अमेरिका या कनाडा जाकर कुछ काम-धाम करूं और घरवालों को वहां से कमाकर कुछ पैसे भेज सकूं, ताकि वे जिंदगी जी सकें। परिवार हमेशा मेरी प्राथमिकता में रहा है। मैं क्रिकेट की वजह से अपनी जिम्मेदारियों को छोड़ना नहीं चाहता था। लेकिन उस मुश्किल दौर में ऊपर वाले ने बहुत साथ दिया। ऐसा लगा, जैसे कोई साथ खड़े होकर मेरी मदद कर रहा हो। मुझे रास्ता दिखा रहा हो। भारतीय टीम में मेरी वापसी हुई। 2001 की बात है, जब मेरा दोबारा जन्म हुआ। उस सीरीज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मुझे अलग पहचान दिलाई। उसका श्रेय सौरव गांगुली को भी जाता है, जिन्होंने टीम में मेरे सलेक्शन की जमकर वकालत की थी।

आस्ट्रेलिया की टीम का तब अलग ही रुतबा था। स्टीव वाॠ की कप्तानी में टीम आस्ट्रेलिया लगातार 15 टेस्ट मैच जीत चुकी थी। भारत में सीरीज जीतने के इरादे से कंगारू मैदान में उतरे थे। आस्ट्रेलिया के खिलाफ हम पहला टेस्ट मैच हार गए थे। उस मैच में मैंने चार विकेट ली थीं। लेकिन हमारी बल्लेबाजी बिल्कुल नहीं चली। अगला मैच कोलकाता में था। आस्ट्रेलिया ने टास जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। टाप आर्डर की मजबूत बल्लेबाजी की बदौलत टीम अच्छे-खासे स्कोर की तरफ बढ़ रही थी। मैंने पहले रिकी पाटिंग को एलबीडब्ल्यू किया, फिर अगली गेंद पर एडम गिलक्रिस्ट को भी एलबीडब्ल्यू किया, और उसके बाद की गेंद पर शेन वार्न को सदागोपन रमेश के हाथों कैच कराया। यह मेरी हैट्रिक थी। भारत के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली हैट्रिक, और वह भी आस्ट्रेलिया के खिलाफ। मैं खुशी से झूम उठा। मुझे लगा कि सब ऊपर वाले का आशीर्वाद है। आज भी मैं याद करता हूं, तो इडन गार्डेंस के वे लम्हे मेरी आंखों के सामने घूम जाते हैं। मैंने पहली पारी में सात विकेट लिए थे। हालांकि इस कामयाबी के बाद भी कंगारुओं ने पहली पारी में 445 रन बना लिए थे, जिसके जवाब में हमारे बल्लेबाज पहली पारी में सिर्फ 171 रन जोड़ पाए। हमें फालोआन करना पड़ा। लगातार दूसरे टेस्ट मैच में हार सामने दिख रही थी।

हम आस्ट्रेलिया से करीब ढाई सौ रन पीछे थे। फालोआन के बाद जब हम दोबारा बल्लेबाजी के लिए उतरे, तो हमने थोड़ा बेहतर खेल दिखाया। असली इतिहास रचा लक्ष्मण और द्रविड़ ने। हम लोग बस आंखें फाड़े उन्हें खेलते देख रहे थे। हमारा स्कोर दो सौ, तीन सौ, चार सौ, और करते-करते छह सौ के पार पहुंच गया। लक्ष्मण और द्रविड़ की बल्लेबाजी के लिए कुछ भी कहना कम होगा। हमने आस्ट्रेलिया को 384 रनों का लक्ष्य दिया। अब हमें मैच बचाना नहीं, उसे जीतना था। हम गेंदबाजी करने उतरे, तो मैंने अपने पिताजी को याद किया और एक छोर संभाल लिया। मुश्किल हालात के बाद भी आस्ट्रेलिया ने शुरुआत अच्छी की। आखिरकार मेरी एक गेंद को खेलने में माइकल स्लैटर गलती कर गए और दादा को कैच दे बैठे। इसके बाद तो मैंने कंगारुओं को संभलने का कोई मौका ही नहीं दिया। जस्टिन लैंगर मेरे अगले शिकार थे। क्रीज की दूसरी तरफ से मेरा साथ दिया सचिन तेंदुलकर ने, उन्होंने भी आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। उस सीरीज से पहले अनिल कुंबले को चोट लग गई थी और वह टीम का हिस्सा नहीं थे। आखिरकार एक के बाद एक आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाते गए और हमने ऐतिहासिक टेस्ट मैच जीता। आॠस्ट्रेलिया की पूरी टीम दूसरी पारी में 212 रनों पर सिमट गई। मेरे खाते में छह विकेट आए और सचिन पाजी ने तीन विकेट झटके। इस एक टेस्ट मैच ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारतीय टीम को एक नई साख दी। हमने आस्ट्रेलिया को हराया था, वह भी फालोआन खेलने के बाद। आज करीब 14-15 साल बाद भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई टीम विरोधी टीम को फालोआन देने के पहले सोचती है, क्योंकि उसके दिमाग में हमारी वह ऐतिहासिक जीत अब भी ताजा रहती है। इसके बाद सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच चेन्नई में था। मैंने आखिरी मैच में 15 विकेट लिए। हमने कंगारुओं को दो विकेट से हराया। तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में मैंने कुल 32 विकेट लिए थे। मुझे 'मैन आफ द मैच' और 'मैन आफ द सीरीज' का अवार्ड मिला। हमने आस्ट्रेलिया के भारत में सीरीज जीतने के सपने को तोड़ दिया। हमारी टीम को अलग पहचान मिली। मेरा करियर एक अलग ही मुकाम पर पहुंच गया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें