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चारधाम को नहीं मिल रही छोटी बसें

अचानक यात्रियों की संख्या में आई तेजी से बसों का संकट पड़ने लगा है। आरामदायक 600 टू-बाई-टू बसें चारधाम से न लौटने के कारण यात्री टू-बाई-टू के लिए भटक रहे हैं जबकि 600 में से 350 थ्री-बाई-टू बसें भी...

चारधाम को नहीं मिल रही छोटी बसें
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 07 May 2017 07:50 PM
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अचानक यात्रियों की संख्या में आई तेजी से बसों का संकट पड़ने लगा है। आरामदायक 600 टू-बाई-टू बसें चारधाम से न लौटने के कारण यात्री टू-बाई-टू के लिए भटक रहे हैं जबकि 600 में से 350 थ्री-बाई-टू बसें भी यात्रा पर गईं हैं। ऐसे में चारधाम यात्रियों को बसों का टोटा पड़ सकता है।चारधाम की 14 सौ किलोमीटर की दूरी तय करने में बस को 10 दिन का समय लगता है। आरामदायक टू-बाई-टू बसें यात्रियों की पहली पंसद होने से सभी 600 बसें यात्रा पर हैं जबकि 600 में से 350 थ्री-बाई-टू बसें भी चारधाम से नहीं लौटी हैं। यात्रियों की तेजी से बढ़ रही संख्या से दिक्कत बढ़ सकती है। यदि किसी दिन दो सौ बसों की मांग एक साथ आई तो बसों का संकट आएगा। यात्रियों की बढ़ती संख्या से चिंतित परिवहन विभाग ने इसके लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। रोडवेज के बाद कुमाऊं की परिवहन कंपनियों को चारधाम के लिए बसें तैयार रखने को कहा गया है। ताकि बसों का टोटा पड़ने पर यात्रियों को परेशान न होना पड़े। रोटेशन से जुड़े बृजभानु गिरी ने बताया कि टू-बाई-टू बसें कम पड़ने से यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है। बताया कि आने वाले दिनों में तेजी से यात्री बढ़ेंगे। एआरटीओ डॉ. अनिता चमोला का कहना है कि टू-बाई-टू आरामदायक बसें होने से यात्री उनमें यात्रा करना पसंद करते हैं। इसलिए सभी 600 बसें यात्रा पर हैं जबकि थ्री-बाई-टू बसें अभी उपलब्ध हैं। बसों की कमी पड़ने पर रोडवेज और परिवहन से जुड़ी कुमाऊं की कंपनियों को तैयार रहने को कहा गया है। मनमाना किराया वसूल रहे टेम्पो ट्रैवेलरऋषिकेश। चारधाम यात्रा पर टेम्पो ट्रैवेलर यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। ऋषिकेश में रोटेशन की बसों के साथ टैक्सी, सूमो सभी के रेट निर्धारित हैं लेकिन टेम्पो ट्रैवेलर का किराया निर्धारित नहीं है। यातायात कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज ध्यानी का कहना है कि हर रोज टेम्पो ट्रैवेलर के मनमाना किराया लेने की शिकायत आ रही है। रोटेशन की तरह इनके रेट भी तय होने चाहिए।

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