लेस कैश के रास्ते कैशलेस तक पहुंचे
भारतीय स्टेट बैंक के रीजनल मैनेजर विकास कुमार ने लोगों को लेस कैस के रास्ते कैशलेस व्यवस्था तक पहुंचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि आज आपका मोबाइल बैंक शाखा का रूप ले चुका है। आप अपनी उंगलियों को...
भारतीय स्टेट बैंक के रीजनल मैनेजर विकास कुमार ने लोगों को लेस कैस के रास्ते कैशलेस व्यवस्था तक पहुंचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि आज आपका मोबाइल बैंक शाखा का रूप ले चुका है। आप अपनी उंगलियों को चंद बार दबाकर लेन-देन कर सकते हैं। विकास कुमार एजी ऑफिस में कैशलेस ट्रांजैक्शन पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। इस मौके पर प्रधान महालेखाकार(लेखा परीक्षा) सुशील कुमार जायसवाल और प्रधान महालेखाकार(लेखा एवं हकदारी) मौसमी राय भट्टाचार्य भी मौजूद थीं।
विकास कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में कैशलेस सिस्टम को प्रभावी बनाने के लिए डाटा को सुरक्षित रखने की तकनीक पर अमल करना जरूरी है। उन्होंने एसबीआई क्विक एप की सहायता से एटीम कार्ड को ब्लॉक रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि केवल जरूरत के समय ही यह ब्लॉकेज हटाया जाना चाहिए। एसबीआई के अधिकारियों ने और भी कई ऐप्स की जानकारी दी। जिसकी सहायता से कैशलेस ट्रांजैक्शन आसानी से किया जा सकता है। कार्यशाला में उप महालेखाकार सौम्या परिहार, पुष्कर कुमार, परवेज आलम, गौरव कुमार, रुनूल प्रताप, अवधेश कुमार और विनय गांगुली ने भी अपने विचार व्यक्त किए।