फोटो गैलरी

Hindi Newsट्रेनों के परिचालन पर कोहरे का कहर

ट्रेनों के परिचालन पर कोहरे का कहर

दिल्ली सहित उत्तर भारत में कडाके की ठंढ, शीतलहरी और घनाघोर कुहासे का असर रेल परिचालन पर पड़ रहा है। कुहासे के कारण दिल्ली से बरकाकाना और रांची तक चलनेवाली फास्ट एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेन काफी देरी...

ट्रेनों के परिचालन पर कोहरे का कहर
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 30 Nov 2016 11:22 PM
ऐप पर पढ़ें

दिल्ली सहित उत्तर भारत में कडाके की ठंढ, शीतलहरी और घनाघोर कुहासे का असर रेल परिचालन पर पड़ रहा है। कुहासे के कारण दिल्ली से बरकाकाना और रांची तक चलनेवाली फास्ट एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेन काफी देरी से चल रही है।

वहीं चोपन से बरकाकाना तक चलनेवाली सभी एक्सप्रेस, पैसेंजर और मालगाड़ी भी कुहासे के कारण देरी से चल रही है। कुहासे का कोपभाजन आम रेल यात्री भुगत रहे हैं। समय पर रेल यात्री मंजिल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है। कुहासे का सबसे अधिक प्रभाव 18102 डाउन जम्मुतवी-टाटा एक्सप्रेस, 12454 डाउन नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस, 12878 डाउन नई दिल्ली-रांची गरीबरथ एक्सप्रेस, 13026 डाउन भोपाल-हावड़ा, 12874 डाउन झारखंड स्वर्णजयंति एक्सप्रेस आदि फास्ट एक्सप्रेस ट्रेनों पर पड़ रही है। ये सभी ट्रेनें कई घंटे देरी से चल रही है। 18102 डाउन जम्मूतवी-टाटा एक्सप्रेस 30 नवंबर को 475 मिनट, 29 नवंबर को 360 मिनट, 28 नवंबर को 310 मिनट, 27 नवंबर को 480 मिनट, 26 नवंबर को 270 मिनट देरी बरकाकाना पहुंची। 12878 गरीबरथ एक्सप्रेस 30 को 195 मिनट, 28 को 75 मिनट देरी से पहुंची। इसके अलावे भी कई ट्रेनें घंटों देरी से चल रही है।

कोहरे में सावधानी बरतने की सलाह : बढ़ती ठंढ और कुहासे से सबसे ज्यादा प्रभाव ट्रेनों के परिचालन पर पड़ रहा है। इस दौरान पूर्व-मध्य रेल मंडल धनबाद के अधिकारियों ने ट्रेन चालकों, स्टेशन प्रंबधक और मानव रहित फाटकों से गुजरनेवालों से विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। मानव रहित फाटक पार करते समय वाहन चालकों से कहा है कि गया है कि पैदल उतर कर या अपने सहायक को भेजकर यह सुनिश्चित कर ले की कोई ट्रेन तो नहीं आ रही है। सुनिश्चित होने के बाद ही पास करें। खासतौर पर ठंढ और कोहरे के मौसम में उन्होंने वाहन चालकों से एहतियात बरतने की अपील किया है। आम तौर पर कोहरे से ऐसे क्रॉसिंग पर रात के वक्त वाहन हादसों में बढोतरी हो जाती है। ऐसे में हर हाल में ट्रेनों का हेडलाइट देखकर तथा सीटी की आवाज सुनकर ही क्रॉसिंग पार करने की सलाह दिया गया है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें