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गढ़वा में अनाज के लिए ब्लॉक का चक्कर लगा रहे लाभुक

प्रखंड के सुदुरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों से अन्नपूर्णा योजना के दर्जनों गरीब और असहाय लाभुक अनाज के लिए ब्लॉक कार्यालय का चक्कर लगाने को विवश हैं। फिर भी उन्हें अनाज नहीं मिल रहा है। मंगलवार को प्रखंड...

गढ़वा में अनाज के लिए ब्लॉक का चक्कर लगा रहे लाभुक
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 04 Oct 2016 07:21 PM
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प्रखंड के सुदुरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों से अन्नपूर्णा योजना के दर्जनों गरीब और असहाय लाभुक अनाज के लिए ब्लॉक कार्यालय का चक्कर लगाने को विवश हैं। फिर भी उन्हें अनाज नहीं मिल रहा है। मंगलवार को प्रखंड के मकरी, चपरी, पंडरिया, अरसली दक्षिणी आदि पंचायतों के दर्जनों असहाय वृद्ध महिला-पुरुष लाठी-डंडे के सहारे से ब्लॉक कार्यालय अनाज लेने के लिए पहुंचे, लेकिन अनाज मिलना तो दूर कर्मी उनसे सीधे जबाब तक नहीं देते हैं। मायूस होकर सभी लाभुक घर वापस चले जाते हैं। यह सिलसिला पिछले एक महीने से चल रहा है।

ब्लॉक में हिन्दुस्तान अखबार की गाड़ी रुकते ही सभी असहाय लाभुक अपनी ब्यथा सुनाने लगे। लाभुक घुनरी देवी, हलकन साव, रामजी, सैरून बीबी, पार्वती कुंअर, इनरपतिया देवी, कमला देवी, शुमानी देवी, रोज अली, हैदरअली आदि ने बताया कि 'बाबू हमनीं के सुने वाला कोई नइखे, आषाढ़ के बाद से हमनी के अन्नपूर्णा योजना के चावल नइखे मिलल, हमनी कोई सरकारी सहारा नइखे, घरवाला भी नइखन पूछत, आखिर कहां जाऊं। ब्लॉक में दर्जनों बार आवत हो गईल, लेकिन इहां कोई सही जबाब नाई देवे, कब अनाज मिली कि नाई मिली, पता नइखे चलत। इसकी पड़ताल जब की गई तो योजना की देखरेख करने वाले कर्मी अरुणेश गुप्ता ने बताया कि मार्च-2016 से आवंटन के अभाव में इन्हें योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है।

बता दें कि भवनाथपुर प्रखंड में 206 वैसे लोगों को यह योजना का लाभ दिया जाता है, जिन्हें सरकार द्वारा कोई सहायता नहीं मिलती। उक्त योजना के तहत हर महीने प्रति लाभुक दस-दस किलो चावल दिया जाना है। बावजूद इसके पिछले छह माह से आवंटन के अभाव में योजना का लाभ उक्त लाभुकों को नहीं मिल पा रहा है।

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