Hindi Newsपिथौरागढ़ जिले में देखरेख के अभाव में पहचान खो रहे हैं घराट
पिथौरागढ़ जिले में देखरेख के अभाव में पहचान खो रहे हैं घराट
सीमांत जनपद में कई प्राचीन घराट पनचक्कियां देखरेख और जीर्णोद्धार के अभाव में खस्ताहाल हो गए हैं। लंबे दौर तक ग्रामीण जीवन का हिस्सा रहे घराट अब अतीत का हिस्सा बनते जा रहे हैं। इसके बाद कई घराट बचे...
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 11 Mar 2017 04:00 PM
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सीमांत जनपद में कई प्राचीन घराट पनचक्कियां देखरेख और जीर्णोद्धार के अभाव में खस्ताहाल हो गए हैं। लंबे दौर तक ग्रामीण जीवन का हिस्सा रहे घराट अब अतीत का हिस्सा बनते जा रहे हैं। इसके बाद कई घराट बचे भी हैं तो उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। सीमांत जनपद के कई क्षेत्रों में बिजली आने से पहले दशकों तक लोग घराटों में गेहूं, मडुवा और मोटे अनाज की पिसाई करते रहे। धीरे- घीरे गांव तक बिजली पहुंची तो घराट अतीत का हिस्सा बन गए। जनपद के कई हिस्सों में आज भी प्राचीन घराट हैं। उपयोग नहीं होने और देखरेख के अभाव के कारण ये दम तोड़ते जा रहे हैं।