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जिलों में ईंट भट्ठों का सर्वेक्षण किया जाएगा

राज्य के सभी जिलों में ईंट-भट्ठों का मुकम्मल सर्वेक्षण किया जाएगा। कोई ईंट-भट्ठा सरकार की नजर से नहीं छूटे, इसके लिए उनकी सेटेलाइट मैपिंग की जाएगी। सूत्रों के अनुसार विभिन्न जिलों में अवैध रूप से...

जिलों में ईंट भट्ठों का सर्वेक्षण किया जाएगा
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 01 Dec 2016 07:11 PM
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राज्य के सभी जिलों में ईंट-भट्ठों का मुकम्मल सर्वेक्षण किया जाएगा। कोई ईंट-भट्ठा सरकार की नजर से नहीं छूटे, इसके लिए उनकी सेटेलाइट मैपिंग की जाएगी।

सूत्रों के अनुसार विभिन्न जिलों में अवैध रूप से चलाए जा रहे ईंट-भट्ठों व चलंत चिमनी भट्ठों का पता लगाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। अभी कई जिलों में ऐसे भट्टे चलाए जा रहे हैं और उनसे कोई राजस्व सरकार को नहीं मिल रहा है। कई जगह भट्ठा मालिक महीनों अपनी चिमनी बंद रहने की झूठी जानकारी देते हैं। चालू वित्तीय वर्ष में दर्जनभर जिलों में ईंट भट्ठों से राजस्व की वसूली बेहद कम रही है। खासकर लखीसराय, मुंगेर, मोतिहारी, पूर्णियां, अररिया, किशनगंज, कटिहार, नवादा, कैमूर और गया अदि जिलों में कई भट्ठे सरकारी रिकार्ड में ही नहीं है। इन जगहों समेत पूरे राज्य में अब जिओ मैपिंग यानि की सेटेलाइट से तमाम भट्ठों का पता लगाया जाएगा। इसके बाद राजस्व वसूली का अभियान चलेगा।

जहां पर पिछले दो वित्तीय वर्ष 14-15 और 15-16 वर्ष से बकाया राशि का भुगतान ईंट भट्ठों ने नहीं किया है, वहां उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जाएगी। अवैध चलंत चिमनियों को ध्वस्त भी किया जाएगा। खनन विभाग ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों आरक्षी अधीक्षकों से दोषी संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है।

विभाग ने अपनी समीक्षा बैठक में भी अवैध ईंट-भट्ठा के संचालन में स्थानीय पुलिस की सहभागिता स्वीकार की है। विभाग के प्रधान सचिव ने इस मामले में डीजीपी को पत्र लिखने का निर्णय लिया है।

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