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आईजीआईएमएस में अगले माह से ओपेन हार्ट सर्जरी

आईजीआईएमएस में अगले माह से ओपेन हार्ट सर्जरी शुरू होगी। हार्ट लंग्स मशीन स्थापित कर दी गई है। नौ बेड का आईसीयू भी तैयार हो गया है। हालाकि ओपेन हार्ट सर्जरी में कितना खर्च होगा अभी तय नहीं है...

आईजीआईएमएस में अगले माह से ओपेन हार्ट सर्जरी
Wed, 07 Jun 2017 02:22 PM
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आईजीआईएमएस में अगले माह से ओपेन हार्ट सर्जरी शुरू होगी। हार्ट लंग्स मशीन स्थापित कर दी गई है। नौ बेड का आईसीयू भी तैयार हो गया है। हालाकि ओपेन हार्ट सर्जरी में कितना खर्च होगा अभी तय नहीं है लेकिन एम्स नई दिल्ली द्वारा निर्धारत दर पर संस्थान में भी सर्जरी की व्यवस्था की जा रही है।

हृदय में खून की रुकावट होने या बाल्ब खराब होने पर बाइपास सर्जरी की जरूरत होती है। राज्य में आईजीआईसी में यह सुविधा थी लेकिन हार्ट लंग्स मशीन बंद होने के बाद यहां सर्जरी नहीं हो रही है। आईजीआईएमएस सूबे का पहला सेंटर होगा जहां बाइपास सर्जरी और बाल्ब प्रत्यारोपण की सुविधा होगी। एम्स नई दिल्ली में बाइपास सर्जरी में लगभग 90 हजार और बाल्ब प्रत्यारोपण में एक लाख 30 हजार रुपये खर्च होता है। संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि सर्जरी के खर्च की राशि सेंटर शुरू होने के बाद होगी। बुधवार को निदेशक की अध्यक्षता में एक बैठक हुई जिसमें उपकरणों की खरीद को अंतिम रूप दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि एम्स नई दिल्ली में जितनी राशि सर्जरी के लिए ली जाती है उतनी ही राशि यहां भी ली जाएगी लेकिन उससे पहले संस्थान में एक बैठक आयोजित कर उसे मूर्त रूप दिया जाएगा। चिकित्सा अधीक्षक डा पीके सिन्हा का कहना है कि सभी तैयारी पूरी हो गई है। एक माह के अंदर ओपेन हार्ट सर्जरी शुरू हो जाएगी।

सालाना पांच हजार मरीज सर्जरी के लिए जाते हैं बाहर

राज्य में औसतन पांच हजार मरीजों को ओपेन हार्ट सर्जरी या बाल्ब बदलने की जरूरत पड़ती है। राज्य में सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों को एम्स नई दिल्ली, एसजीपीजीआई चंडीगढ या अन्य सुपर स्पेशलिटी सेंटर में जाना पड़ता है। डॉक्टरों का कहना है कि राज्य में बाइपास सर्जरी की सुविधा शुरू होने पर ऐसे मरीजों को यही उपचार हो सकेगी।

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