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गया में दूसरे ब्लास्ट के लिए चट्टान में होंगे 50 सुराख

शाहमीरतक्या दुर्गास्थान के पास स्थित ब्रह्मयोनि पहाड़ी के चट्टान में दूसरे ब्लास्ट के लिए करीब 50 सुराख होंगे। ड्रीलिंग से पहले का ग्राउंड वर्क शुरू है। ग्राउंड वर्क और ड्रीलिंग के बाद ही दूसरे चरण की...

गया में दूसरे ब्लास्ट के लिए चट्टान में होंगे 50 सुराख
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 28 Nov 2016 07:11 PM
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शाहमीरतक्या दुर्गास्थान के पास स्थित ब्रह्मयोनि पहाड़ी के चट्टान में दूसरे ब्लास्ट के लिए करीब 50 सुराख होंगे। ड्रीलिंग से पहले का ग्राउंड वर्क शुरू है। ग्राउंड वर्क और ड्रीलिंग के बाद ही दूसरे चरण की ब्लास्टिंग संभव होगी। तीन चरणों में लुढ़कने की आशंका वाले भव्य चट्टान को उड़ाने के पहले चरण में रविवार को कंट्रोल ब्लास्टिंग हुई थी।

इसमें करीब 40 फीसदी हिस्सा टूट चुका है। सोमवार को मलबे हटाने और लोहे के जाल से घेराबंदी के लिए काम शुरू हुआ। इसमें कोलकाता की मेकाफेरी कंपनी की टीम जुटी है। सुरक्षित ब्लास्ट के लिए पहाड़ के बाशिंदों को हटाकर गया कॉलेज राहत शिविर में रखा गया है। ब्लास्ट के बाद पहले से लगी लोहे की मोटी व मजबूत जाली को हटाया जाएगा। इसके बाद ड्रीलिंग शुरू होगी। जिला खनन पदाधिकारी सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा ने बताया कि सफाई और जाली हटाने का काम चल रहा है।

एंकर और वायर रोप के लिए ड्रीलिंग हो रही है। अब विस्फोट थोड़ा ज्यादा शक्तिशाली होगी इसकी तैयारी चल रही है। दूसरे चरण के विस्फोट के लिए चट्टान में 50 छेद किए जाएंगे। इसके बाद सुराखों में विस्फोटक पदार्थ भर उड़ाया जाएगा। इसमें पांच-छह दिनों का समय लग सकता है। खनन पदाधिकारी ने कहा कि दूसरे चरण के ब्लास्ट के बाद ही कहा जाएगा कि तीसरे चरण के लिए कितने सुराख होंगे।

चट्टान को ब्लास्ट करने की प्रक्रिया में अन्य लोगों के साथ कोलकाता की मेकाफेरी की टीम लगी है। इसके 60 कर्मी लोहे की बाड़ वाले काम में लगे हैं। मेकाफेरी कंपनी के मैनेजर सोमनाथ मिश्रा ने बताया कि पहले चरण की ब्लास्टिंग के बाद लोहे की जाल को हटाया जा रहा है। जाली की ब्राउंडी बनाने के लिए पीलिंग कराया जा रहा है। इसके बाद यहां की लोकल सफाईकर्मी मलबा हटाएंगे। इसके बाद फिर उनकी टीम लोहे की जाली से पत्थर को कसेगी।

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