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लोगों को शीघ्र न्याय दिलाने में बार और बेंच की भूमिका अहम : जस्टिस

पटना हाई कोर्ट के न्यायाधीश नवनीत प्रसाद सिंह ने कहा है कि लोगों को शीघ्र न्याय दिलाने में बार और बेंच की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है। बार और बेंच के परस्पर सहयोग से ही मुकदमों का शीघ्र निष्पादन...

लोगों को शीघ्र न्याय दिलाने में बार और बेंच की भूमिका अहम : जस्टिस
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 26 Nov 2016 07:44 PM
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पटना हाई कोर्ट के न्यायाधीश नवनीत प्रसाद सिंह ने कहा है कि लोगों को शीघ्र न्याय दिलाने में बार और बेंच की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है।

बार और बेंच के परस्पर सहयोग से ही मुकदमों का शीघ्र निष्पादन संभव है। साथ ही लोगों को समय पर सस्ता और सुलभ न्याय प्राप्त हो पाएगा। वे यहां के पंजाब नेशनल बैंक के उत्तर जिला परिषद़ की भूमि पर अवस्थित पुराने अनुमंडल कोर्ट परिसर में निर्मित अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय का शनिवार को उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सिविल कोर्ट में मुकदमों की संख्या दिन- प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय की स्थापना से छपरा सिविल कोर्ट के मुकदमों का बोझ कम होगा साथ अब यहां के लोगों को आसानी से सस्ता और सुलभ न्याय प्राप्त हो सकेगा।

उन्होंने वादों का निपटारा सुलह-समझौते के आधार पर करने और अधिवक्ताओं को न्यायपालिका की गरिमा के अनुरूप कार्य करने की अपील की। समारोह को जस्टिस व सारण जिला के इंस्पेक्टिंग जज समरेन्द्र प्रताप सिंह, जस्टिस दिनेश कुमार सिंह, जस्टिस अंजना मिश्रा, जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह, जस्टिस आदित्य कुमार त्रिवेदी, जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह, जस्टिस मिहिर कुमार झा, जस्टिस उज्जवल कुमार दुबे के अलावा छपरा सिविल कोर्ट के जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमेश तिवारी आदि ने संबोधित किया। उन्होंने हुए हरिहर क्षेत्र सोनपुर की धार्मिक, ऐतिहासिक और पौराणिक महता की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि सोनपुर अनुमंडल की स्थापना के लगभग 25 वर्ष हो गए थे। यहां पर अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय की स्थापना की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। मुवक्किलों को अपने मुकदमें में पैरवी करने के लिए 60 किलो मीटर दूर छपरा जाना पड़ता था। उन्हें शारीरिक, मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था। सोनपुर में अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय स्थापित हो जाने से अब उन्हें आसानी से सस्ता और सुलभ न्याय प्राप्त हो सकेगा।

उन्होंने वरीय अधिवक्ताओं से जूनियर अधिवक्ताओं को सही प्रशिक्षण देने की अपील की ताकि न्याय प्रक्रिया की उन्हें बेहतर जानकारी प्राप्त हो सके और वे न्यायपालिका की गरिमा के अनुरूप कार्य कर सकें। सोनपुर अधिवक्ता संघ के महासचिव डा. नवल कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन छपरा विधि मंडल के सचिव रविरंजन सिंह ने किया। इसके पूर्व सभी जस्टिस को अंगवस्त्र और बुके देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय के न्याय कक्षों का निरीक्षण किया।

यहां पर प्रतिनियुक्त सब जज सत्यनारायण शिवहरे और मुंसिफ राजेश कुमार ने वादों की सुनवाई भी की। इस अवसर पर एसपी पंकज राज, एडीएम अरुण कुमार,डीडीसी सुनील कुमार, एसडीओ मदन कुमार के अलावा सैकड़ों अधिवक्ता, जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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